आपराधिक वारदात की साजिश रचते गोलीबारी व हत्या के प्रयास में वांछित हथियार के साथ गिरफ्तार

आपराधिक वारदात की साजिश रचते गोलीबारी व हत्या के प्रयास में वांछित हथियार के साथ गिरफ्तार

सहार थाना क्षेत्र के एकवारी गांव स्थित कब्रिस्तान के पास रविवार की शाम पकड़ा गया वांछित 

गिरफ्तार अपराध कर्मी के पास से एक पिस्टल व छह गोलियां बरामद, पुलिस ने पूछताछ के बाद भेजा जेल 

पैसे के विवाद में जनवरी में गांव के ही एक युवक को गोली मारने और मार्च में इमादपुर में फायरिंग का आरोप

केटी न्यूज/आरा

सहार थाने की पुलिस ने गोलीबारी और हत्या के प्रयास के दो मामलों में फरार चल रहे एक अपराध कर्मी को गिरफ्तार किया है। उसे रविवार शाम आपराधिक वारदात की साजिश रचते एकवारी गांव स्थित कब्रिस्तान के पास से पकड़ा गया है। उसके पास से एक पिस्टल और छह गोलियां बरामद की गयी है। गिरफ्तार अपराधी एकवारी गांव निवासी सुनील सिंह का पुत्र अंशुमान कुमार उर्फ चांद कुमार उर्फ लिल्ली है।

सहार के अलावा इमादपुर थाने की पुलिस को भी इसकी तलाश थी। एसडीपीओ राहुल कुमार सिंह की ओर से सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि रविवार शाम करीब छह बजे सूचना मिली कि आर्म्स एक्ट का आरोपित अंशुमान कुमार उर्फ चांद कुमार उर्फ लिल्ली एकवारी उत्तर पीड़ी कब्रिस्तान के पास हथियार के साथ किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहा है।

उस आधार पर अपराध कर्मी की गिरफ्तारी और हथियार की बरामदगी को लेकर उनके नेतृत्व में टीम गठित की गयी। टीम में शामिल थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दारोगा अनिल कुमार, एएसआई सुनील कुमार ठाकुर और रविंद्र कुमार ने पुलिस बल के साथ छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से एक पिस्टल और छह गोलियां बरामद की गयी।

एसडीपीओ द्वारा बताया गया कि पिस्टल और गोली लेकर घूमने के बारे में पूछताछ करने के बाद उसे जेल भेजा जा रहा है। पूछताछ के दौरान उससे पिस्टल के बारे में भी जानकारी ली गयी। इस मामले में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।‌ एसडीपीओ की ओर से बताया गया कि

अंशुमान कुमार उर्फ चांद कुमार उर्फ लिल्ली के खिलाफ जनवरी में पैसे के विवाद में गांव के ही एक युवक को गोली मारने का केस दर्ज है। उसके अलावा इमादपुर थाने में मार्च में फायरिंग करने का भी मामला दर्ज है। कुछ साल पूर्व नवादा थाने की पुलिस द्वारा उसे शराब तस्करी के केस भी जेल भी भेजा गया था।