दु:साहस : दरवाजे पर चढ़ की पहले मारपीट, फिर पिता-पुत्र को मार दी गोली
- बेटे की गयी जान, पिता की हालत गंभीर, शहर के प्राइवेट अस्पताल में चल रहा इलाज
- दो रोज भी हुई थी मारपीट, शिकायत के बाद भी पुलिस ने नहीं कार्रवाई
- परिजनों का आरोप: पुलिस की मिलीभगत से घटना को दिया गया अंजाम
- सरेशाम गोली मारने के बाद आराम से हथियार लहराते भाग निकले बदमाश
केटी न्यूज/आरा
जिले के नगर थाना क्षेत्र के शीतल टोला में शनिवार की सरेशाम पिता-पुत्र को गोली मारे जाने की घटना से शहर में सनसनी मच गयी। इसमें बेटे की मौत हो गयी जबकि पिता जख्मी हो गए। सरेशाम दस से पंद्रह की संख्या में लोग पहुंचते हैं।पहले मारपीट और तोड़फोड़ करते हैं। उसके बाद पिता पुत्र को गोली मार आराम से भाग जाते हैं। ऐसे में गोलीबारी और हत्या की इस घटना से टाउन थाना की पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना था कि आखिर पुलिस घटना के समय कहां थी? मृत आकाश पटेल की बहन रिया कुमारी का कहना है कि दो दिन पूर्व उसके चचेरे भाई से मोहल्ले के ही कुछ लड़कों से झगड़ा हुआ था। सोमवार की शाम उसके पिता अपने घर में ही स्थित आटा चक्की के मिल में आटा पीस रहे थे। तभी दस से पंद्रह की संख्या में हथियारबंद अभी वहां आ धमके। उस दौरान पहले उसके पिता के साथ जमकर मारपीट और तोड़फोड़ की। उसके बाद उसके पिता को गोली मार दी गयी।
पिता को गोली मारने की सूचना पर पहुंचे आकाश को भी ठोका
रिया कुमारी ने बताया कि घटना के समय उसका भाई आकाश मॉल में था। मारपीट और पिता को गोली मारे जाने की सूचना पर वह घर पहुंचा। तब हमलावरों द्वारा उसका भाई को भी गोली मार दी। उसके बाद हथियार लहराते हुए सभी अपराधी फरार हो गए। गोली लगने से बाद दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उसके बाद दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। वहां आकाश पटेल को मृत घोषित कर दिया गया। उसके बाद पिता अमरजीत भाई पटेल को इलाज के लिए बाबू बाजार स्थित प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। बताया जाता है कि आकाश पटेल अपने दो भाई और दो बहन में बड़ा था। उसके परिवार में मां छोटीमुनी देवी, बहन रिया, जिया और भाई अमन है। वहीं घटना के बाद उसके के घर में हाहाकार मच गया है। मां छोटीमुनी देवी और दोनों बहनों सहित परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।
समय पर हो गयी होती कार्रवाई, तो बच जाती आकाश की जान
पिता-पुत्र को गोली मारे जाने की घटना से परिजनों सहित स्थानीय लोगों पुलिस के प्रति काफी गुस्सा था। परिजनों ने तो पुलिस पर आरोपितों के साथ मिलीभगत से घटना को अंजाम दिये जाने का आरोप लगा रहे थे। इसे लेकर सदर अस्पताल खूब हंगामा मचाया गया। परिजनों का कहना था कि दो रोज पूर्व मारपीट हुई थी। उसे लेकर नगर थाना में आवेदन भी दिया गया था। लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अगर पुलिस द्वारा गिरफ्तारी कर ली गयी होती, तो शायद आकाश की जान बच गयी होती। इस मामले में एसपी बताया कि अभी परिजनों की ओर से पूरी जानकारी नहीं दी गयी है। उनके अनुसार परिजनों का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज करने के लिए उनलोगों द्वारा दो दिन पहले दिया था। उन्हीं में से कुछ लोगों द्वारा इस वारदात को अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि दो दिन पूर्व की घटना में आवेदन देने के बाद टाउन थाना के सब इंस्पेक्टर देवेंद्र प्रसाद आए थे। उनके द्वारा इंक्वायरी भी की गयी थी। उसके बाद दूसरे पक्ष द्वारा प्राथमिकी अनुसूचित जनजाति थाना में दिया गया था। पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। एसपी ने कहा कि जिस तरीके से गोलीबारी की घटना हो रही है। यह उन लोगों के लिए चैलेंजिंग हैं। अपराध का कोई स्थान नहीं होता है। पुलिस को काम करना है। अपराध को रोकना ही हैं।
छावनी में तब्दील रहा सदर अस्पताल
वहीं पिता-पुत्र को गोली मारे जाने और बेटे की मौत होने की सूचना पर एसपी संजय कुमार सिंह, एएसपी हिमांशु, मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार, टाउन थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह और मुफस्सिल थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल के साथ सदर अस्पताल पहुंच। इससे सदर अस्पताल छावनी में तब्दील रहा। इधर, जख्मी का इलाज कर रहे डॉ. विकास सिंह ने बताया कि गोली उनके दाहिने साइड गाल में लगी थी। वह जबड़ा, कनपटी और ललाट छेदते आरपार हो गई थी। उसके कारण जबड़ा, कनपटी और ललाट डायमंड हो गया था। गोली लगने से खून भी काफी बह गया था। सभी डैमेज पार्ट्स को रिपेयर कर दिया गया है।
दो दिन पूर्व दोनों पक्षों के बीच हुआ था झगड़ा
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि दो दिन पूर्व दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था। उस मामले को लेकर एक पक्ष द्वारा टाउन थाना, जबकि दूसरे पक्ष द्वारा एससी-एसटी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पुलिस ने तहकीकात भी की थी। उसी विवाद में एक पक्ष के लोगों द्वारा दूसरे पक्ष के आटा मिल दुकान में चढ़कर पिता-पुत्र को गोली मार दी गयी। पूरे मामले की छानबीन और घटना में शामिल लोगों की पहचान कर धरपकड़ को लेकर छापेमारी की जा रही है। - संजय कुमार सिंह, एसपी, भोजपुर