नंदन में लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम, वन स्टॉप सेंटर की सुविधाओं की दी गई विस्तृत जानकारी
डुमरांव प्रखंड के नंदन गांव के वार्ड नंबर-07 में मंगलवार को लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं तथा ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की हिंसा, प्रताड़ना और अधिकार संबंधी जानकारी उपलब्ध कराना था। इसमें वन स्टॉप सेंटर द्वारा दी जाने वाली सेवाओं, सहायता और सुरक्षा उपायों की विस्तृत जानकारी महिला केंद्र प्रशासक बंटी देवी द्वारा प्रदान की गई।
-- महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम, दहेज प्रताड़ना और बाल विवाह रोकथाम पर महिलाओं व ग्रामीणों को किया गया जागरूक
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव प्रखंड के नंदन गांव के वार्ड नंबर-07 में मंगलवार को लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं तथा ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की हिंसा, प्रताड़ना और अधिकार संबंधी जानकारी उपलब्ध कराना था। इसमें वन स्टॉप सेंटर द्वारा दी जाने वाली सेवाओं, सहायता और सुरक्षा उपायों की विस्तृत जानकारी महिला केंद्र प्रशासक बंटी देवी द्वारा प्रदान की गई।

कार्यक्रम के दौरान बंटी देवी ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर महिलाओं को एक ही स्थान पर चिकित्सा, कानूनी परामर्श, मनोवैज्ञानिक सहायता और अस्थायी आश्रय जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, साइबर अपराध, दहेज प्रताड़ना और लिंग भेद जैसे मामलों में महिलाएं सीधे वन स्टॉप सेंटर से संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकती हैं। उन्होंने महिला हेल्पलाइन नंबर 181 तथा पुलिस सहायता नंबर 112 के उपयोग और महत्व पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।

इसके साथ ही ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, जिला हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वीमेन’ और बाल विवाह रोकथाम से जुड़ी सरकारी योजनाओं और प्रक्रियाओं की जानकारी भी दी गई। बंटी देवी ने कहा कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा तभी संभव है, जब समाज के प्रत्येक व्यक्ति को कानूनी प्रावधानों और उपलब्ध सरकारी सेवाओं की जानकारी हो।कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों को लिंग आधारित हिंसा की पहचान, इसके दुष्परिणाम, शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया तथा त्वरित सहायता के लिए उपलब्ध साधनों के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही हिंसा रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है।

कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही। इसमें जितेंद्र यादव, मुकेश कुमार, रामजी यादव (मुखिया), राम आशीष सिंह (वार्ड सदस्य) सहित आंगनबाड़ी सेविका और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। उपस्थित लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाला बताया।ग्रामीणों ने विशेष रूप से कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम गांव-गांव में आयोजित होने चाहिए, ताकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक हों और किसी भी प्रताड़ना या हिंसा की स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।
