छठिया पोखरा के जलमीनार से आपूर्ति होता है प्रदूषित पानी
रमजान का पवित्र महीना चल रहा है, रोजेदार नमाज अदा करने के लिये मुंह-हाथ धोकर बैठते हैं। इधर भूमिगत पाइप के सहारे जलमीनार से होने वाला पानी प्रदूषित होने के कारण रोजेदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

- रमजान के महीने में प्रदूषित पानी की जलापूर्ति होने से रोजेदारों को होती है परेशानी
केटी न्यूज/डुमरांव
रमजान का पवित्र महीना चल रहा है, रोजेदार नमाज अदा करने के लिये मुंह-हाथ धोकर बैठते हैं। इधर भूमिगत पाइप के सहारे जलमीनार से होने वाला पानी प्रदूषित होने के कारण रोजेदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सबसे परेशानी घर की महिलाओं को झेलना पड़ रहा है। पानी के लिये दूसरे के घरों में जाना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी छठिया पोखरा के जलमीनार से होने वाले गंदा जलापूर्ति से हो रहा है। इससे जलमीनार से जुड़े परिवारों को द्वारा नगर परिषद से शिकायत करने के बाद भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं होने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
विदित हो कि रमजानुल मोबारक महीना चल रहा है, ऐसे में रोजेदारों को रोजा खोलने से पहले स्नान करना जरूरी होता है। इतना ही नहीं दोपहर, शाम और रात्रि में रोजा खोलने से लेकर सेहरी व नमाज तरावीह तक लोगों को हाथ, मुंह व पैर धोकर साफ होना रहता है। छठिया पोखरा के जलमीनार से एक दर्जन से अधिक मोहल्लों में जलापूर्ति की सप्लाई होती है।
जिसमें शहीद मर्द रोड, शहीद मजार रोड, गौशाला रोड, मनबहाल राउत की गली, बंधन पटवा रोड, हबीबुल्ला खां की गली, जुम्मा खां की गली, तूफानी साह की गली साथ ही अन्य मोहल्लों में जलापूर्ति होती है। भूमिगत बिछाए गए जलापूर्ति के पाइप कहीं-कही नाली के संपर्क में भी हैं। दर्जनों स्थानों पर पाइप टूटा हुआ है, जिसका संपर्क नालियों से है।
उस टूटे पाइप के सहारे नाली का गंदा पानी जलापूर्ति के पाईप प्रवेश कर उसे दूषित कर देता है। जब लोग पीने, स्नान करने व हाथ-मुंह धोने के लिये इस्तेमाल करते हैं तो गंदा पानी निकलने से लोग परेशान हो जाते हैं। फिर शुद्ध पानी के तलाश में घर से उन्हें निकलना पड़ जाता है।
इस संबंध में रोजेदार मो. शाहीद हाशमी, मो. शहबाज हाशमी, मो. ताहिर, ग्यासुदीन अंसारी, मन्ना अंसारी, नदीम खां, नगमा बेबी, मेराज, अब्दुल, शहीद अन्य का कहना है कि रमजान के पाक महीने में जलापूर्ति होने वाले गंदा पानी पर रोक के लिये कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है।
इस संबंध में जब नप चेयरमैन सुनीता गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने कहा की पीएचईडी द्वारा अभी नप ने हैंड ओवर नहीं लिया है। हैंडओवर से पहले पूरे नगर का सर्वे कराया जा रहा है कि पाइप कहां-कहां क्षतिग्रस्त हुआ है, उसे चिन्हित कर रिपोर्ट आएगा, फिर उसकी मरम्मत पीएचईडी को कराना पड़ेगा फिर हैंडओवर लिया जाएगा।