समाज को अच्छा बनाने का लक्ष्य है सर्वोपरि: प्रो. अशोक कुमार
राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा चयनित स्थाई प्राचार्यों को विश्वविद्यालय आवंटित किया गया। इसके तहत वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को कुल आठ स्थाई प्राचार्य आवंटित किये गए हैं। इनमें से एक हैं प्रो. अशोक कुमार, जिनका चयन पिछड़ा वर्ग कोटी के तहत किया गया है।

- प्रो. अशोक बने वीकेएसयू में प्राचार्य, जल्द आवंटित होगा महाविद्यालय
- भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड अंतर्गत फरहदा के निवासी है प्रोफेसर
केटी न्यूज/आरा
राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा चयनित स्थाई प्राचार्यों को विश्वविद्यालय आवंटित किया गया। इसके तहत वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को कुल आठ स्थाई प्राचार्य आवंटित किये गए हैं। इनमें से एक हैं प्रो. अशोक कुमार, जिनका चयन पिछड़ा वर्ग कोटी के तहत किया गया है।
हालांकि, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति ने उन्हें अपने स्तर से महाविद्यालय का आवंटन नहीं किया है। लेकिन, आशा जताई जा रही है कि जल्द ही उन्हें कॉलेज आवंटित कर प्रशासनिक दायित्व का प्रभार सौंपा जाएगा। वहीं, इस उपलब्धि को प्राप्त करने के बाद प्रो. अशोक कुमार ने कहा कि प्राचार्य से पहले मैं एक शिक्षक हूं। इसलिए एक शिक्षक का मूल कर्तव्य मेरे लिए सर्वोपरि रहेगा।
एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए पहले विद्यार्थियों को अच्छे संस्कार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाएगा। ताकि, आज के युवा कल एक बेहतर समाज का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, नियमित कक्षाओं के संचालन पर भी फोकस किया जाएगा। जिससे सत्रों का ससमय संचालन करने में सुविधा मिल सके।
दूसरी ओर उनकी उपलब्धि से बड़हरा प्रखंड समेत पूरे जिले के छात्र-छात्राओं के खुशी व्याप्त है। बताया जाता है कि पूर्व में रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय पलामू में सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी के संकाय अध्यक्ष (डीन) के साथ साथ परीक्षा नियंत्रक भी रह चुके हैं। पिछड़ा वर्ग एवं साधारण परिवार से आने के बावजूद अपनी मेधा के आधार पर ये लम्बा सफर तय किया है। साथ ही, उन्हें 25 वर्षों का शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अनुभव है।