सड़क हादसे में घायल दुकानदार की वाराणसी ट्रामा सेंटर में उपचार के दौरान मौत

सुहवल थाना अंतर्गत स्थानीय गांव निवासी दुकानदार प्रेमचंद सेठ (90) दो दिन पहले सड़क हादसे में घायल हो गए थे। उन्हें ट्रामा सेंटर वाराणसी में भर्ती कराया गया था। रविवार की देर रात अचानक उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना पर परिजनों में रुदन-क्रंदन शुरू हो गया।

सड़क हादसे में घायल दुकानदार की वाराणसी ट्रामा सेंटर में उपचार के दौरान मौत

केटी न्यूज/गाजीपुर

सुहवल थाना अंतर्गत स्थानीय गांव निवासी दुकानदार प्रेमचंद सेठ (90) दो दिन पहले सड़क हादसे में घायल हो गए थे। उन्हें ट्रामा सेंटर वाराणसी में भर्ती कराया गया था। रविवार की देर रात अचानक उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना पर परिजनों में रुदन-क्रंदन शुरू हो गया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर वापस चले आए। मृतक का शव घर पहुंचते ही पत्नी सावित्री देवी सहित अन्य का रो-रोकर बुरा हाल था।

घटना के बाद पूरे मुहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीण मृतक के परिजनों को सांत्वना देने में लगे हुए हैं। परिजन पुलिस को सूचना दिए बगैर मृतक का आनन- फानन में गंगा तट के किनारे दाह संस्कार कर दिए। मृतक चाय-समोसा की दुकान चलाते थे। बीते शनिवार की देर शाम को प्रेमचंद सेठ शिवाला चौराहे पर हाई-वे पार कर रहे थे। तभी तेज रफ्तार चार पहिया वाहन की चपेट में आने से वह गम्भीर रूप से घायल हो गए।

इस बीच ग्रामीण धक्का मारकर भाग रहे चार पहिया वाहन का पीछा भी किया। मगर अंधेरा होने एवं वाहन के तेज गति के कारण कुछ देर बाद चार पहिया वाहन भाग निकला। इसकी सूचना लोगों ने 108 एम्बुलेंस को दी। सूचना पर पहुंची एम्बुलेंस के पायलट प्रेमनाथ और ईएमटी प्रदीप कुमार सिंह ने गंम्भीर रूप से घायल को तत्काल जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। हालत में सुधार होता न देख चिकित्सक ने घायल को दूसरे दिन वाराणसी रेफर कर दिया।

इसके बाद पीड़ित परिजन घायल को वाहन से वाराणसी ट्रामा सेंटर ले जाकर भर्ती कराया, जहां बीते रविवार की देर रात इलाज के दौरान घायल की मौत हो गई। मृतक के बडे पुत्र संतोष वर्मा ने बताया कि वह दो भाई है। जिसमें वह बडा है। जबकि सुनिल वर्मा छोटा है। बताया कि उसके वयोवृद्ध पिता घर पर रहते थे।

वह चाय- समोसा की दुकान कर परिवार की किसी तरह जीविकोपार्जन चलाते थे। जिसमें दोनों भाई पिता का हाथ बंटाते थे। प्रभारी निरीक्षक राजेश त्रिपाठी ने बताया कि घटना की सूचना परिजनों ने अभी तक नहीं दी है। अगर परिज‌न पोस्टमार्टम कराना चाहेगें तो पुलिस कार्रवाई के लिए तैयार है।