ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाईज यूनियन के बक्सर शाखा का हुआ गठन
शुक्रवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाईज यूनियन संबद्ध आईआरईएफ के बैनर तले एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बतौर पर्यवेक्षक एसके शर्मा उपस्थित थे। जिनकी अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में बक्सर शाखा का गठन किया गया।
- पुरानी पेंशन बहाली, निजीकरण, निगमीकरण, आऊटसोर्सिंग व ठेकेदारी प्रथा के मुद्दे पर तेज होगा संघर्ष
केटी न्यूज/बक्सर
शुक्रवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाईज यूनियन संबद्ध आईआरईएफ के बैनर तले एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बतौर पर्यवेक्षक एसके शर्मा उपस्थित थे। जिनकी अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में बक्सर शाखा का गठन किया गया।
इस बैठक में मुख्य अतिथि ईसीआरईयू के जोनल अध्यक्ष संतोष पासवान ने भाग लिया। ट्रैकमैन सहित सभी विभागों के कर्मचारियों ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में रेलवे कर्मचारियों की स्थिति बदतर हो गई है। रेलवे में निजीकरण, निगमीकरण, आऊटसोर्सिंग, ठेकेदारी प्रथा को दोनों मान्यता प्राप्त यूनियन के रिटायर्ड नेता लागू करने पर तुले हुए है। ये लोग रेल बेचने वाले कायाकल्प कमिटी में शामिल होकर मलाई खा रहे हैं। इन लोगों ने एनपीएस के साथ न केवल यूपीएस लाया बल्कि इसके लिए उन्होंने विजय जूलुस निकाला और मिठाई भी बांटे। इससे कर्मचारियों में बहुत आक्रोश है।
कर्मचारियों ने कहा कि इस बार रिटायर्ड नेताओं को मान्यता चुनाव में सबक सिखाया जाएगा और ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाईज यूनियन जिसमें रिटायर्ड नेता यूनियन के प्रमुख पदों पर नहीं है। उसको ही भारी मतों से विजयी बनाएंगे। क्योंकि यही यूनियन वास्तव में कर्मचारियों के विभिन्न मांगों से लेकर पुरानी पेंशन बहाली, निजीकरण, निगमीकरण, आऊटसोर्सिंग व ठेकेदारी प्रथा आदि तमाम सवालों पर सड़क लेकर संसद तक आवाज उठाने का काम करती है।
इस अवसर पर बक्सर शाखा का गठन किया गया। जिसमें नारायण राम को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया। इसके अलावे कार्यकारी अध्यक्ष गिरिजेश यादव व दीपक कुमार गुप्ता को, उपाध्यक्ष राजकुमार को सचिव मनोज कुमार त्रिपाठी, संयुक्त सचिव अमरनाथ प्रसाद, सहायक सचिव संदीप सिंह, अरविंद कुमार, रणवीर कुमार, दीपक कुमार, संगठन सचिव श्रीराम, कोषाध्यक्ष शंभु शाह, नंदन कुमार, बीरबल यादव, विकास यादव, प्रकाश कुमार, श्याम सुंदर मंडल, अजय गोंड, राहुल कुमार, सोचन गोंड, अभय कुमार आदि को चुना गया। नये पदाधिकारियों व सदस्यों ने अपने हक की आवाज बुलंद करने तथा संघर्ष को तेज करने का निर्णय लिया। बैठक में कई अन्य कर्मी उपस्थित थे।