वसूली का पर्दाफाश, बक्सर में डीटीओ के वाहन से हो रही थी वसूली, वीडियो वायरल
बक्सर के अहिरौली मोड़ के पास एनएच 922 पर एक वायरल वीडियो ने जिला प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। खास यह कि जब उक्त वीडियो की जांच के लिए आस पास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो उसमें भी यह घटना दिखाई पड़ी। वायरल वीडियो में जिला परिवहन पदाधिकारी लपेटे में आ गए है।
- डीएम ने दिए जांच के आदेश, राहगीर ने वीडियो बना किया वायरल, सीसीटीवी में भी कैद हुआ वसूली का खेल, प्रशासन में मचा हड़कंप
- राष्ट्रीय राजमार्ग-922 पर अहिरौली मोड़ के पास ट्रक रुकवाकर वसूली का आरोप
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर के अहिरौली मोड़ के पास एनएच 922 पर एक वायरल वीडियो ने जिला प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। खास यह कि जब उक्त वीडियो की जांच के लिए आस पास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो उसमें भी यह घटना दिखाई पड़ी। वायरल वीडियो में जिला परिवहन पदाधिकारी लपेटे में आ गए है। वीडियो में दिखाई पड़ रहा है कि डीटीओ वाहन ट्रकों को रूकवा अवैध वसूली कर रहा है। इसकी जानकारी मिलते ही डीएम अंशुल अग्रवाल ने इसके जांच के आदेश दिए है और कहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि पिछले महीने ही ठोरा पुल के पास अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद नगर थाने में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर जूही कुमारी समेत पूरी पेट्रोलिंग पार्टी को एसपी ने सस्पेंड कर दिया था। अभी इस घटना की गूंज कम भी नहीं हुई थी कि एक बार फिर से प्रशासन पर दाग लगे है। इस बार परिवहन विभाग के सर्वाेच्च पदाधिकारी की गाड़ी से ट्रकों को रुकवाने और उसमें मौजूद सुरक्षाकर्मियों के द्वारा ट्रकों से वसूली किए जाने का मामला सामने आया है। इसका एक वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसको लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
वायरल वीडियो 22 अक्टूबर की रात तकरीबन 8 बजे एनएच 922 पर अहिरौली मोड़ के समीप का है। जिसमें दिखाई पड़ रहा है कि उत्तर प्रदेश से बिहार की सीमा में प्रवेश कर पटना की तरफ जा रही एक ट्रक को डीटीओ की गाड़ी से पीछा कर रोका गया वाहन से बाहर निकल एक पुलिसकर्मी ने ट्रक चालक से पैसे प्राप्त किए। इसी बीच किसी राहगीर ने इसका वीडियो बना लिया जिसे बाद में इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि के लिए आस पास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो उस समय यह खेल सीसीटीवी के कैमरे में भी दिखाई पड़ा। जिससे यह साफ हो गया कि घटना के वक्त वहां डीटीओ के वाहन के साथ खुद डीटीओ भी मौजूद थे, हालांकि केटी न्यूज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन डीएम के तेवर तथा जांच के आदेश के बाद मामला गंभीर हो गया है और यह साफ भी हो गया है कि डीटीओ वाहन से अवैध वसूली के प्रमाण पुख्ता है।
बसपा प्रदेश प्रभारी ने खोला पोल
इस मामले में बसपा के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार चौधरी का कहना है कि परिवहन नियमों की अवहेलना का आरोप लगा कर वाहनों की जांच के दौरान उनसे जमकर वसूली की जाती है, इसके कारण गोलंबर पर जाम की समस्या भी अक्सर सामने आती है। हाल ही में उत्तर प्रदेश में वसूली के रैकेट में थानाध्यक्ष व कई पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आई थी। बिहार के अधिकारी भी इसमें शामिल हैं।
बक्सर के व्यवसायियों ने भी लगाए थे आरोप
ऐसा नहीं कि परिवहन विभाग पर अवैध वसूली का यह पहला मामला सामने आया है। कुछ दिन पूर्व बक्सर के कुछ व्यवसायियों ने आरोप लगाया था कि जब सामान से लदा उनका वाहन यूपी व पटना से बक्सर आता है तो टोल प्लाजा या वीर कुुंवर सिंह सेतु के पास परिवहन विभाग के कुछ कर्मियों द्वारा अवैध वसूली की जाती है। व्यवसायियों ने इसके साक्ष्य सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी को देकर न्याय की गुहार लगाई थी। उन्होंने दोषी कर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन भी व्यवसायियों को दिये थे, लेकिन इसी बीच डीटीओ के वाहन से अवैध वसूली का वीडियो भी वायरल हो गया। जो व्यवसायियों द्वारा लगाए गए आरोपो की पुष्टि करता है।
प्रशासन की हो रही है किरकिरी
इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन की खासे किरकिरी हो रही है। लोगों का कहना है कि परिवहन विभाग परिवहन नियमों का पालन कराने के बजाय सिर्फ वसूली पर ध्यान दे रहा है। जिसका खामियाजा व्यवसायियों से लेकर आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि दोषी पाए जाने पर ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारियों या कर्मियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
कहते हैं जिलाधिकारी
मामला संज्ञान में आया है, यह काफी गंभीर मामला है। इसकी जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। -अंशुल अग्रवाल, जिलाधिकारी, बक्सर