बड़ी खबर : डुमरांव नगर परिषद की निवर्तमान चेयरमैन पर ईओ ने दर्ज कराया एफआईआर

बड़ी खबर : डुमरांव नगर परिषद की निवर्तमान चेयरमैन पर ईओ ने दर्ज कराया एफआईआर
फोटो- नगर परिषद कार्यालय डुमरांव

- हाईकोर्ट के निर्देश व वरीय पदाधिकारियों के जांच प्रतिवेदन के आधार पर ईओ ने कराया है एफआईआर

- बिना बजट प्राक्कलन के ही राशि निकासी का लगा है गंभीर आरोप

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव नगर परिषद के निवर्तमान चेयरमैन भाग्यमनी देवी पर ईओ मनोज कुमार ने स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज कराया है। यह एफआईआर माननीय पटना हाई कोर्ट में दायर सीडब्लूजेसी नंबर 4704/2021 विभा देवी बनाम राज्य सरकार एवं अन्य में 28 अपै्रल 2021 को पारित आदेश के बाद डीएम के निर्देश पर 3 सितंबर 2021 को अपर समाहर्ता तथा डुमरांव एसडीओ के संयुक्त जांच रिपोर्ट के बाद किया गया है। बता दें कि अपर समाहर्ता व एसडीओ के जांच रिपोर्ट में निवर्तमान पार्षद पर लगे आरोप की पुष्टि हुई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही डीएम अमन समीर ने निवर्तमान मुख्य पार्षद पर एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश ईओ मनोज कुमार को दिया। जिसके बाद ईओ ने डुमरांव थाने में एफआईआर दर्ज कराया है। 

एफआईआर में लगे है गंभीर आरोप

ईओ मनोज कुमार जो एफआईआर के लिए डुमरांव थाने में जो आवेदन दिए है उसमें निवर्तमान चेयरमैन पर बजट प्राक्कल प्रस्तुत नहीं करने, बिना बजट प्राक्कलन के लिए अनियमित रूप से निकासी तथा व्यय करने जैसे संगीन आरोप लगाए है। एफआईआर दर्ज होने के बाद निवर्तमान पार्षद की मुश्किलें बढ़ गई है। 

चेयरमैन ने आरोपों को किया खारिज

वही निवर्तमान पार्षद भाग्यमनी देवी ने अपने उपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि राजनैतिक साजिश के तहत उनपर एकपक्षीय कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि बजट प्राक्कल बनाने का काम ईओ का होता है। पूर्व ईओ सुजीत कुमार ने बजट प्राक्कल तैयार नहीं किया था। उन्होंने बिना बजट प्राक्कलन के व्यय के आरोपों को भी निराधार बताते हुए कहा कि निष्पक्ष जांच में उन पर लगे आरोप निराधार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई एक पक्षीय है। नियमतः पूर्व ईओ पर भी एफआईआर दर्ज होना चाहिए था। 

पूर्व ईओ पर लगते रहे है गंभीर आरोप

वही पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार का कार्यकाल भी डुमरांव में विवादों से घिरा रहा है। उनके दौरान नगर परिषद में लूट खसोट के कई गंभीर आरोप लगे थे। डुमरांव के सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी संपति की जांच भी निगरानी से कराने की मांग की जा चुकी है। हालांकि इस संबंध में पूर्व ईओ से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। जिससे उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है। 

कहते है एएसपी

एएसपी राज ने कहा कि जिला पदाधिकारी के निर्देश पर एफआईआर दर्ज कराया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।