दियारा इलाके में तस्करी व अपराध रोकने के लिए मिलकर अभियान चलाएगी बिहार व यूपी पुलिस

दियारा इलाके में तस्करी व अपराध रोकने के लिए मिलकर अभियान चलाएगी बिहार व यूपी पुलिस

- रविवार को शिवपुर दियर के जनेश्वर मिश्र सेतू के पास अनुमंडल व बलिया पुलिस की संयुक्त बैठक संपन्न, दोनों जगहों की पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

- शराब, मॉदक पदार्थों, पशुओं की तस्करी रोकने सहित कई मुद्दों पर बनी रणनीति

केटी न्यूज/डुमरांव

दियारा के रास्ते शराब व मॉदक पदार्थों के अलावे पशु तस्करी रोकने तथा बिहार व यूपी के फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अब डुमरांव अनुमंडल व बलिया पुलिस मिलकर अभियान चलाएगी। रविवार को शिवपुर दियर स्थित जनेश्वर मिश्र सेतु के पास डुमरांव डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी व बलिया के शहर कोतवाल गौरव कुमार के नेतृत्व में दियारा इलाके के थानाध्यक्षों की एक बैठक आयोजित की गई।

जिसमें तस्करी रोकने, फरार अपराधियों की पहचान व लोकेशन दे उन्हें गिरफ्तार करने तथा दोनों जगहों पर लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने में एक दूसरे के सहयोग की रणनीति बनी है। दोनों जगहों की पुलिस ने इस बैठक में अपराध नियंत्रण व तस्करी रोकने की रणनीति बनाई है।

वही एक साथ दियारा इलाके के कई गांवों छापेमारी अभियान चला व फ्लैग मार्च कर लोगों को अपराधियों तथा तस्करों को सख्त संदेश दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए डुमरांव डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी ने बताया कि दियारे इलाके से बड़े पैमाने पर शराब व पशु तस्करी की सूचना मिलते रहती है। कई बार दियारा इलाके से शराब की खेप भी बरामद हुई है।

तस्कर गंगा के रास्ते आसानी से शराब व मॉदक पदार्थों को इधर से उधर लाते और ले जाते है। वही पशु तस्करी भी धड़ल्ले से होती है। इसके अलावे चुनाव के दौरान नोटों की ढुलाई भी इस रास्ते हो सकती है। इसे रोकने के लिए जरूरी था कि सीमावर्ती बलिया पुलिस का भी सहयोग मिले। यही कारण है कि बलिया पुलिस के साथ बैठक का आयोजन किया गया।

उन्होंने बताया कि इस दौरान बलिया पुलिस से शराब तस्करी पर रोक लगाने की अपील की गई जबकि बलिया पुलिस ने भी पशु तस्करी रोकने में सहयोग मांगा। जबकि दोनों जगहों की पुलिस ने एक दूसरे से अपने अपने क्षेत्र के फरार अपराधियों की गिरफ्तारी में सहयोग करने, चुनाव के दौरान नोटों की ढुलाई रोकने पर सहमति बनाई। तय किया गया कि दोनों जगहों की पुलिस अपने-अपने फरार अपराधियों की सूची एक दूसरे को सौंपेगी।

वही, उनका लोकेशन भी शेयर किया जाएगा, ताकी उन्हें आसानी से गिरफ्तार किया जा सकें। गौरतलब है कि दियारा इलाके में बिहार के अपराधी किसी बड़़ी वारदात को अंजाम देने के बाद सीमावर्ती बलिया जिले में तथा बलिया क्षेत्र के अपराधी दियारा इलाके में शरण लेते है। इसे रोकने के लिए ही पुलिस ने यह रणनीति बनाई है। बैठक में सिमरी थानाध्यक्ष संजय वर्मा, तिल राय के हाता ओपी थानाध्यक्ष लालबाबू सिंह, नैनीजोर ओपी अध्यक्ष मो. फिरोज आलम, रामदास राय के डेरा ओपी थानाध्यक्ष, भरियार थानाध्यक्ष के अलावे बलिया कोतवाली थानाध्यक्ष तथा दियारा क्षेत्र के आउट पोस्ट के प्रभारी मौजूद थे। 

जनेश्वर मिश्र सेतु से बड़े पैमाने पर होती है पशुओं की तस्करी

बता दें कि शिवपुर दियर में गंगा पर बनाए गए जनेश्वर मिश्र सेतु से हर दिन बड़े पैमाने में पशुओं की तस्करी की जाती है। इस पुल के रास्ते यूपी से पशुओं की तस्करी कर उसे जिले के मझवारी तथा चौसा पशु मेला में बेचा जाता है। जानकारों की मानें तो बुधवार, गुरूवार तथा शुक्रवार को पशुओं की तस्करी अधिक होती है।

इन तीन दिनों में सैकड़ो पशुओं को बलिया के विभिन्न गांवों से तस्करी कर लाया जाता है। इस खेल में पशु तस्करों के अलावे कई सफेद पोश भी शामिल है। वही दियारा इलाके  में सफेद बालू की तस्करी भी धड़ल्ले से की जाती है।