चौसा में किसान सभा आज, जुटेंगे राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत समेत कई दिग्गज

चौसा में आंदोलनकारी किसानों द्वारा शनिवार को किसान सभा सह धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता राकेश टिकैत, बक्सर सांसद सुधाकर सिंह समेत राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के कई किसान नेताओं का जुटान होगा, वहीं हजारों की संख्या में किसान भी इस सभा में उपस्थित हो अपने हक की आवाज को बुलंद करेंगे।

चौसा में किसान सभा आज, जुटेंगे राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत समेत कई दिग्गज

-- चप्पे-चप्पे पर मुश्तैद रहेगा प्रशासन, चौसा पहुंच चुकी है अतिरिक्त पुलिस बल

केटी न्यूज/चौसा

चौसा में आंदोलनकारी किसानों द्वारा शनिवार को किसान सभा सह धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता राकेश टिकैत, बक्सर सांसद सुधाकर सिंह समेत राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के कई किसान नेताओं का जुटान होगा, वहीं हजारों की संख्या में किसान भी इस सभा में उपस्थित हो अपने हक की आवाज को बुलंद करेंगे।

 

मिली जानकारी के अनुसार इस धरने में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगे। उनके साथ सांसद सुधाकर सिंह, कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, युवा हल्ला बोल के अध्यक्ष अनुपम, पूर्व मंत्री अखलाक अहमद, भारतीय किसान यूनियन बिहार के प्रभारी दिनेश कुमार और किसान सभा के नेता अशोक प्रसाद सिंह जैसे कई अन्य प्रमुख नेता भी मंच साझा करेंगे।

प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रामप्रवेश सिंह यादव ने इस संबंध में बताया कि यह आंदोलन किसानों और मजदूरों की 11 सूत्री मांगों को लेकर किया जा रहा है। जिसमें मुख्य रूप से भूमि अधिग्रहण के बदले चार गुना मुआवजा, एसटीपीएल कंपनी में मजदूरों के लिए बोर्ड रेट पर मजदूरी, ओवरटाइम का डबल भुगतान, रैयतों को आपातिक लाभ, बेदखल भूमिहीनों को आवास हेतु जमीन, और परियोजना प्रभावित परिवारों के बच्चों को रोजगार शामिल हैं।

वही, दूसरी तरफ प्रशासनिक मंजूरी के बाद पुलिस प्रशासन भी इस सभा को लेकर पूरी तरह एलर्ट मोड में है। जिसकी तैयारी में अतिरिक्त पुलिस बल चौसा पहुंच गई है। धरना प्रदर्शन के दौरान प्रशासन मुश्तैद रहेगा। इस दौरान थर्मल पॉवर को नुकसान पहुंचाए जाने या फिर कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कदम भी उठा सकती है। 

गौरतलब हो कि चौसा में थर्मल पॉवर प्लांट के निर्माण के साथ ही व्यवसायिक दर से मुआबजे की मांग पर किसानों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था, यह विरोध प्रदर्शन पिछले तीन सालों से जारी है। इस दौरान कई बार किसानों का प्रशासन से टकराव भी हो चुका है। यहीं कारण है कि एक बार फिर से किसानों द्वारा अपने आंदोलन को तेज करने के साथ ही प्रशासन मुश्तैद हो गया है।