"बिहार: बालू माफियाओं की अब ख़ैर नहीं, चीता टीम तैयार, अवैध धंधों पर नजर"
बिहार के भोजपुर जिले में बालू के अवैध धंधेबाजों के खिलाफ एक नई चीता टीम तैयार हो रही है। इस टीम का उद्देश्य बालू माफियाओं को गिरफ्तार करना और वर्चस्व को लेकर गोलीबारी करने वाले बालू घाट पर पंजा मारना है। इसके लिए कोईलवर के कमालुचक दियारे इलाके में अस्थाई पुलिस पिकेट बनाया गया है और सारण के डोरीगंज में भी एक पुलिस पिकेट बन रहा है।
केटी न्यूज़, भोजपुर: बिहार के भोजपुर जिले में बालू के अवैध धंधेबाजों के खिलाफ एक नई चीता टीम तैयार हो रही है। इस टीम का उद्देश्य बालू माफियाओं को गिरफ्तार करना और वर्चस्व को लेकर गोलीबारी करने वाले बालू घाट पर पंजा मारना है। इसके लिए कोईलवर के कमालुचक दियारे इलाके में अस्थाई पुलिस पिकेट बनाया गया है और सारण के डोरीगंज में भी एक पुलिस पिकेट बन रहा है। इन दोनों जगहों पर चीता की दो टीमें तैयार की गई हैं, जिनमें अधिकारी, जवान और पुलिस कर्मी शामिल हैं।
इस चीता टीम का काम अवैध खनन को रोकने के साथ-साथ गोलीबारी और हत्याकांड जैसे घटनाओं में फरार चल रहे माफियाओं की गिरफ्तारी करना भी है। इसके अलावा, बालू माफियाओं की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।
इस तैयारी के बाद जमानत पर चल रहे बालू माफियाओं का बेल रद्द करने की प्रक्रिया भी तेजी से शुरू की गई है। इससे बालू के अवैध धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई में नया जोश आया है।
इस घटना की गूंज मुख्यालय पटना तक पहुंची थी और मामले की जांच करने के लिए खनन सचिव धर्मेंद्र सिंह खुद गुरुवार को कोईलवर पहुँचे थे। इसके बाद डीएम, एसपी और पूरी टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर अवैध खनन वाले इलाके में भ्रमण किया था।