डुमरांव में बाइक चोर गिरोह सक्रिय, तीन माह में उड़ायी दर्जनों बाइक
अपराधी भीड़भाड़ वाले इलाके में घटना को दे रहे अंजाम
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव अनुमंडल के कई इलाकों में बाइक चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ गयी है। इन दिनों डुमरांव के रेलवे स्टेशन और मुख्य सड़क बाइक चोर गिरोहों का टारगेट बना है। गिरोह भीड़भाड़ वाले जगहों में घटना को अंजाम दे रहे है। पिछले तीन माह में सबसे अधिक बाइक चोरी की घटनाएं रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी बाइक की हुई है। इसके अलावे जंगलीनाथ महादेव रोड, डीके कॉलेज रोड
,नया भोजपुर का पकवाइनार आदि इलाके शामिल है, जहां से गिरोह के सदस्यों ने बाइक पर हाथ साफ किया। जांच-पड़ताल के बाद पुलिस के सामने यह बात आयी कि अधिकतर बाइक चोरी की घटनाओं में नये उम्र के अपराधी सक्रिय है, जिनका पहले से कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा। ऐसे में इनकी पहचान करना पुलिस के लिए चुनौती बन गयी है।
कई जगहों पर गिरोह के सदस्य दिनदहाड़े घटना को अंजाम दे रहे है। चंद मिनटों में बाइक की चोरी करने में इन गिरोह के सदस्यों को महारत हासिल है। इनके बढ़ते मनोबल से लोगों के बीच भय बन गया है। पिछले दिनों पुलिस के गिरफ्त में आये बाइक चोर के सदस्यों ने अपने दिये गये बयान में पुलिस को बताया था कि अंतरजिला के साथ अंतरराज्यीय गिरोह से भी सांट-गांठ बनी रहती है।
बाइक चोरी होने बाद गिरोह के सदस्य तत्काल नंबर प्लेट बदलकर दूसरे जिले के गिरोह के हाथों सौंप देते है और दूसरे राज्यों से चोरी किये गये बाइक को इस इलाके में खपाया जाता है ताकि इसकी भनक पुलिस को नहीं लगे। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस के होश उड़ गये। पुलिस ने जब इस मामले की तहकीकात की तो सच्चाई सामने आयी।
इस मामले में प्रभारी थानाध्यक्ष संजीत शर्मा ने बताया कि मुख्य सड़कों और रेलवे स्टेशन के आसपास पुलिस की गश्ती बनी रहती है। बाइक चोरी मामले में पुलिस की टीम ने कई बार चोरों के खिलाफ अभियान चलाकर नकेल कसा है। बाइक चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस संदिग्धों पर कड़ी नजर रखती है।
रिहायशी कॉलोनी भी नहीं है सुरक्षित
बाइक चोरों से डुमरांव की रिहायशी कॉलोनी भी सुरक्षित नहीं रह गई है। इनमें वार्ड 18 स्थित टेक्सटाईल कॉलोनी बाइक चोरों का साफ्ट टारगेट है। इस मोहल्ले से अब तक आधा दर्जन से अधिक बाइक चोरी हो चुकी है। इसके अलावे मुख्य मंडी राजगोला रोड, स्टेशन रोड
यहां तक कि राजगढ़ जैसा सुरक्षित परिसर भी बाइक चोरों से महफूज नहीं रह गया है। वही रेलवे स्टेशन को छोड़ शहर में कही भी बाइक या वाहन स्टैंड नहीं है। जिस कारण दूर दराज से आने वाले लोग सड़क किनारे बाइक खड़ी कर बाजार में आवश्यक सामानों की खरीददारी करने को मजबूर होते है। जिसका लाभ यहां सक्रिय बाइक चोर उठाते है।