नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्माचारिणी स्वरूप की हुई पूजा

शारदीय नवरात्र अनुष्ठान के दूसरे दिन शुक्रवार को मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्माचारिणी की श्रद्धा व भक्ति के साथ पूजा-अर्चना की गई। दुर्गा सप्तशती के मंत्रों से विभिन्न देवी स्थल, पूजा-पंडाल व आवासीय परिसर गूंजते रहे।

नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्माचारिणी स्वरूप की हुई पूजा

- पंडालों में माता रानी के प्रतिमाओं को दिया जा रहा अंतिम रूप

केटी न्यूज/डुमरांव 

शारदीय नवरात्र अनुष्ठान के दूसरे दिन शुक्रवार को मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्माचारिणी की श्रद्धा व भक्ति के साथ पूजा-अर्चना की गई। दुर्गा सप्तशती के मंत्रों से विभिन्न देवी स्थल, पूजा-पंडाल व आवासीय परिसर गूंजते रहे। पूरा शहर देवी की आराधना में जुटा हुआ है। अहले सुबह से ही शुरू हो रही दुर्गा सप्तशती के पाठ से पूरा वातावरण भक्तिमय बन रहा है। श्रद्धालु देवी की आराधना में दिन रात जुट हुए है। संध्या में माता की भव्य आरती में श्राद्धालुओं की भीड़ जुट रही है। आचार्य पं. विंध्याचल ओझा ने बताया कि माता के ब्रह्माचारिणी स्वरूप की पूजा करने से तप, त्याग, संयम, सदाचार आदि की वृद्धि होती है। जीवन के कठिन से कठिन समय में भी इंसान अपने पथ से विचलित नहीं होता है। मां ब्रह्मचारिणी इस लोक के समस्त चर और अचर जगत की विद्याओं की ज्ञाता हैं। भक्तों को यह अपनी सर्वज्ञ संपन्न विद्या देकर विजयी बनाती हैं। दूसरी ओर शहर के काली मंदिर, दुर्गा मंदिर, डुमरेजनी मंदिर, भगवती मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में विशेष अनुष्ठान व पूजा अर्चना की जा रही है। इस बार सार्वजनिक स्थलों पर पूजा समितियों की ओर आयोजित नवरात्र अनुष्ठान को लेकर लोगों में उत्साह है। लोगों का कहना है कि माता सब की रक्षा करती है। उल्लास के साथ पर्व त्योहार मनाएंगे।

’ मां की प्रतिमाओं को दिया जा रहा अंतिम रूप

शहर के विभिन्न पूजा-पंडालों पर माता रानी की प्रतिमा स्थापित होगी। जिसकी तैयारी को लेकर मां की प्रतिमाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा हैं। शहीद गेट दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष काजू जायसवाल बताते हैं कि पंडाल पर बंगाल के प्रतिष्ठित कलाकारों द्वारा माता रानी की प्रतिमा के अलावे मां लक्ष्मी, मां सरस्वती, भगवान गणेश सहित विभिन्न मूर्तियों को बनाया गया हैं। जिसके अंतिम रूप देने में कारीगर जुटे हैं। पंडाल के अलावे प्रतिमाओं की साज-सजावट पूरी कर सप्तमी तिथि को पट खोला जायेगा।

’ देवी मंदिरों में परिवार संग माथा टेक रहे भक्त

नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्माचारिणी की विधि-विधान के साथ आराधना की। सुबह ही विभिन्न देवी मंदिरों में मां के भक्त पहुंचने शुरू हो गये थे, यह क्रम सारा दिन जारी रहा। मां शेरावाली के जयकारे से माहौल भक्तिमय नजर आया। मंदिरों में भक्त प्रसाद व पूजन सामग्री के अलावे मां के अतिप्रिय फूल अड़हुल की खरीदारी करते नजर आये।