बक्सर : आस्था पर प्रहार के खिलाफ उग्र हुए शहरवासी, दिया आंदोलन की चेतवानी

बक्सर : आस्था पर प्रहार के खिलाफ उग्र हुए शहरवासी, दिया आंदोलन की चेतवानी

- कमलदह पोखर के सौदर्यीकरण में वन विभाग पूजा स्थल से सटे करा रहा है शौचालय का निर्माण

- पिछला रास्ता बंद करने व पूजा स्थल के पास शौचालय निर्माण पर मुखर हुए स्थानीय लोग

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर के धार्मिक धरोहरों में अग्रणी स्थान रखने वाले वेदशिरा आश्रम के पास स्थित कमलदह पोखर के सौंदर्यीकरण के नाम पर वन विभाग द्वारा लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वही पिछले दरवाजे को बंद कर तीन वार्ड के लोगों के स्वास्थ लाभ पर भी ग्रहण लगाया जा रहा है। जिसके खिलाफ सोमवार को स्थानीय लोग उग्र हो गए। लोगों ने तत्काल इस पर रोक लगाने की मांग वन विभाग के अधिकारियों से की। लेकिन वन विभाग द्वारा बताया गया कि डीएम अमन समीर शौचालय निर्माण के लिए इसी स्थल को स्वीकृति दिए है। जिसके बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया। आक्रोशित लोगों ने बक्सर एसडीओ को आवेदन दे इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है और चेतावनी दी है कि रोक नहीं लगाए जाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।

आक्रोशित लोगों का नेतृत्व वार्ड 13 की पार्षद आशा तिवारी कर रही थी। उनके साथ वार्ड 13, 14 व 20 के दर्जनों महिला पुरूष थे। एसडीओ को वार्ड पार्षद के साथ ही तीनों वार्डो के लोगों ने आवेदन दे इस पर रोक लगाने की मांग की है। विरोध जताने वालों में जगनारायण केशरी, कृष्णमुरारी प्रसाद, रामकुमार सिंह, शिव प्रसाद ओझा, हेमलता कुमारी, विश्वनाथ प्रसाद, मीरा कुमारी, धनजी प्रसाद, मो शमीम, आशुतोष ओझा, कैलाश प्रसाद विश्वकर्मा, शंकर वर्मा, किरण वर्मा, तृप्ति सोनी, राजकुमार साह, अशोक साह समेत कई अन्य शामिल है। 

कमलदह पोखर का सौंदर्यीकरण व पौधरोपण कर रहा है वन विभाग

पार्षद आशा तिवारी ने बताया कि वन विभाग द्वारा कमलदह पोखर का सौंदर्यीकरण व पौधरोपण का काम किया जा रहा है। इस कड़ी में उसके पिछले दरवाजे को बंद किया जा रहा है। जबकि उसी दरवाजे से वार्ड 13, 14 व 20 के सैकड़ो महिला पुरूष हर दिन इस पार्क में स्वास्थ लाभ लेने आते है। रास्ता बंद होने से महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गो को पार्क में आने के लिए अब सीधे मुख्य सड़क पर आना होगा जो उनके लिए खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कमलदह पार्क के पीछे छोटा गेट लगाने की मांग की है। वही उन्होंने बताया कि पार्क के दक्षिणी पूर्वी छोर पर एक प्राचीन पीपल पेड़ व पूजा स्थल है। वन विभाग द्वारा इसी से सटे शौचालय निर्माण के लिए गड्ढा खोदवाया जा रहा है। जबकि इस जगह पर हर दिन तीनों वार्ड के सैकड़ो श्रद्धालु महिला व पुरूष पूजा अर्चना करने आते है। जबकि मोहल्लेवासियों ने कहा कि पूजा स्थल के पास शौचालय निर्माण करना उनकी धार्मिक आस्था से खिलवाड़ है। 

अनुपयोगी बना है पुराना शौचालय

लोगों ने बताया कि इस परिसर में एक पुराना शौचालय है जिसमें महिला व पुरूष के लिए अलग-अलग सीटों का निर्माण कराया गया है। निर्माण के बाद से इस शौचालय का उपयोग भी नहीं हो सका है। लोगों ने सुझाव दिया कि इस पुराने शौचालय की सफाई होने के बाद यह उपयोग लायक हो जाएगा। इससे नया शौचालय बनवाने की जरूरत नहीं आएगी तथा लाखों रूपए भी बच जाएंगे। जबकि वन विभाग उस जगह शौचालय निर्माण पर अड़ा हुआ है। 

कहते है प्रभारी एसडीओ

इस संबंध में बक्सर के प्रभारी एसडीओ दीपक कुमार ने कहा कि लोगों का आवेदन मिला है। इसकी जांच करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जन भावनाओं को ध्यान में रखा जाएगा।