नये साल के आगमन की तैयारियां शुरू, पिकनिक स्पॉटों पर बढ़ेगी रौनक
- मंदिरों में रहेगी विशेष चहल-पहल, होटल व रेस्टोरेंट दे रहे ग्राहको को विशेष छूट
अमरनाथ केशरी/डुमरांव
नये साल के आगमन में अब महज कुछ ही घंटें शेष है। इसे सेलिब्रेट करने को लेकर युवाओं की टोली अपने-अपने तरीके से तैयारी करने में जुट गयी है। शहरवासी न्यू ईयर का स्वागत नये अंदाज व बेहतर तरीके से करने का प्लान बनाया है। युवाओं की टोली पिकनिक स्पॉटों पर सेलिब्रेट करेगी
पिकनिक स्पॉट के रूप में चर्चित मंदिरों की कमिटियां विशेष रणनीति बनायी है। वहीं दूसरी और न्यू ईयर नजदीक आने से पिकनिक स्पॉटों पर भी रौनक बढ़ गयी है। उसकी साफ-सफाई और रंग-रोगन का कार्य अंतिम दौर में है। हालांकि मौसम की बेरुखी को लेकर हर तबके के लोग चिंतित है। बच्चे और युवाओं में न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर उत्साह है।
31 दिसंबर की देर शाम से ही युवाओं की टोली शहर के होटल और रेस्टोरेंट में जुटनी शुरू हो जायेगी तथा रात के 12 बजे बजते ही केक काटकर हैप्पी न्यू ईयर सेलिब्रेट करेंगे। होटल व रेस्टोरेंट के संचालक भी इसकी तैयारी शुरू कर दी है। संचालकों ने अपने ग्राहकों के लिए विशेष छूट का उपहार भी दिया है। न्यू ईयर की तैयारी में जुटे युवा रवि कुमार, महेश कुमार, अनूप वर्मा, वंदना कुमारी
शालिनी कुमारी ने बताया कि पिकनिक स्पॉट पर अच्छे व्यंजनों का लुफ्त लिया जायेगा, जिसको लेकर खरीदारी शुरू कर दी गयी है। पुराने साल को अलविदा कह नये साल के आगमन पर केक काटने की तैयारी की गयी है। इसके लिए दुकानों पर केक बनाने का आर्डर दिया गया है। इसके साथ ही अपने दोस्त व रिश्तेदारों को व्हाट्सएप और मोबाइल से कॉल कर नये साल की बधाई देंगे।
प्राकृतिक फिजाओं से लबरेज है जंगली धाम
नव वर्ष में बाबा जंगलीनाथ मंदिर की प्राकृतिक फिजायें पिकनिक स्पॉट के रूप में शहरवासियों की पहली पसंद है। अधिकांश लोग यहां पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते है। प्राकृत की गोद मे बसा यह मंदिर और यहां का तालाब दर्शनार्थियों को मंत्रमुग्ध करता है। न्यू ईयर की
सुबह से लोग मनोकामना जंगलीनाथ महादेव के चौखट पर पूजा-अर्चना कर सुख व समृद्धि की कामना करते है। मंदिर समिति के वरीय सदस्य डॉ सुभाष चंद्रशेखर बताते है कि यहां शहर के अलावे आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचते है। मंदिर कमिटी द्वारा श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण भी किया जाता है।
कांव नदी को समेटती है काली मंदिर
कांव नदी के छोर और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बसा लोक आस्था का मंदिर मां काली मंदिर में न्यू ईयर पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है। श्रद्धालु मां के दरबार में माथा टेंक अपने सुनहरे भविष्य की मन्नत मांगते है। एक तरफ बहती कांव नदी तो दूसरे तरफ हरे-भरे जंगलों के मनोरम छटा के बीच शहरवासी अलग-अलग टोली में बैठकर लजीज पकवानों का लुफ्त उठाते हुए पिकनिक मनाते है। कमिटी के सदस्य सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्क रहते है और हर जगहों पर अपनी निगरानी करते है।
मां डुमरेजनी के दरबार में मन्नत मांगते है शहरवासी
शहर के दक्षिणी छोर पर बसा मां डुमरेजनी का दरबार प्राकृतिक छटा के बीच लबरेज है। नये साल पर शहरवासी मां के चौखट पर माथा टेक पूरे साल सुखमय जीवन की मन्नते मांगते है। वैसे तो माता के दरबार मे वर्ष भर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है लेकिन नूतन वर्ष पर शहर के युवाओं की टोली मंदिर के आसपास प्राकृतिक छटा के बीच मन-पसंद व्यंजनों का स्वाद चख कर न्यू ईयर सेलिब्रेट करते है। मंदिर के आसपास सुरक्षा और सफाई की व्यवस्था की जाती है। वहां मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं को कई तरह की सुविधाएं मुहैया करायी जाती है।