बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं के संकल्प के साथ केसरवानी वैश्य समाज का परिवार मिलन समारोह संपन्न

बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं के संकल्प के साथ केसरवानी वैश्य समाज का परिवार मिलन समारोह संपन्न

- समारोह में आकर्षण का केन्द्र बना बच्चों द्वारा प्रस्तुत किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम

केटी न्यूज/डुमरांव 

शुक्रवार को शहर के एक निजी सभागार में केसरवानी वैश्य समाज का पारिवारिक मिलन समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सह केसरवानी वैश्य सभा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक केसरी, निवर्तमान अध्यक्ष अश्वथामा केसरी, निवर्तमान महामंत्री सत्येन्द्र केसरी, ओमप्रकाश केशरी पवननंदन, मदन केशरी जिगर, कृष्ण कुमार केशरी, कृष्णा केशरी, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र केशरी, मनोज केशरी, अखिलेश केशरी, महेंद्र केशरी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके पूर्व कुल श्रेष्ठ महर्षि कश्यप की चरण वंदना कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेन्द्र केसरी तथा संचालन प्रदेश प्रवक्ता मनोज केशरी व तरुण सभा के अध्यक्ष अखिलेश केशरी ने किया। समारोह के दौरान वक्ताओं ने कहा कि समाज मे गरीबी अमीरी का भेदभाव नहीं होना चाहिए बल्कि पूरा समाज एक परिवार की कड़ी है। केसरवानी समाज की मजबूती और संगठन की उत्थान को लेकर यह समारोह आयोजित की गयी है। समारोह में लोगों ने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं का संकल्प लिया और दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी समाजिक कुरीतियों पर कड़ा प्रहार किया। इस समारोह में पटना, सासाराम, बक्सर, पीरो, मोहनिया सहित अन्य जिलों से पहुंचे लोगों ने भी शिरकत किया। आगत अतिथियों को आयोजको द्वारा अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान समाज के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जो आकर्षण का केन्द्र बना रहा। सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल बच्चों व मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समारोह में संतोष केशरी, दिलीप केशरी, अनिल केशरी, धीरज केशरी, प्रदीप केशरी, मीरा देवी, सरोज देवी, राजू केशरी, मंटू केशरी सहित अन्य गणमान्य केशरी परिवार उपस्थित थे।

समारोह में छलका विस्थापन का दर्द

केसरवानी वैश्य सभा के परिवार मिलन समारोह के दौरान उनका सदियों पुराना दर्द भी छलका। बता दें कि बिहारी, यूपी, बंगाल व झारखंड में निवास करने वाले केसरी समाज के लोग 15 वी शदी में काश्मीर से विस्थापित होकर आए थे। इसकी जानकारी देते हुए सभा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज केसरी ने कहा कि केसरी समाज मूल रूप से काश्मीर से आए है जो वहा केसर की खेती करते थे। उन्होंने कहा कि हमलोग महर्षि कश्यप के वंशज है तथा 15 शताब्दी में मुगलों के अत्याचार से कश्मीर छोड़ने को मजबूर हुए थे। मनोज ने बताया कि कश्मीर से विस्थापित होने वाले केसरी यूपी, बिहार, झारखंड, बंगाल आदि प्रदेशों में बसे है। अपने परिवार को एकजुट रखने के लिए हर साल यह आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि उनके पिछली पीढ़ी तक कश्मीर से जुड़ी स्मृतियां व वहा के जमीन के कागजात थे। इस सम्मेलन के दौरान मनोज ने विस्थापन के दर्द के साथ ही पूर्वजों के संबंध में कई कहानियां भी सुनाई।