डुमरांव में पशुतस्कर गिरोह का भंडाफोड़, चोरी की तीन मवेशियों के साथ पांच गिरफ्तार

डुमरांव में पशुतस्कर गिरोह का भंडाफोड़, चोरी की तीन मवेशियों के साथ पांच गिरफ्तार

- पुलिस ने किया 24 घंटे के अंदर मवेशी चोरी का उद्भेदन, पिकअप के साथ 65 हजार नगदी व मोबाईल जब्त

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव के नये थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत ने योगदान के साथ ही अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। डुमरांव से पशु चोरी के एक मामले का महज 24 घंटे के अंदर उद्भेदन कर पांच शातिर मवेशी चोरों को गिरफ्तार करने के साथ ही एक बोलेरो पिकअप, 65 हजार नगद रूपए तथा तीन मोबाईल फोन भी जब्त किया है। खास यह कि चोरी के चंद घंटो के अंदर ही चोरों ने मवेशियों को बेच दिया था तथा पशु तस्कर उक्त मवेशियों को खपाने की फिराक में थे, लेकिन इसी दौरान पुलिस ने उन्हें रंगेहाथ पकड़ लिया। डुमरांव डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी है। डीएसपी ने बताया कि पशु चोरों ने शनिवार को डुमरांव थाना के पीछे स्थित अंगद के डेरा निवासी मोहन पासवान की तीन भैंस व एक भैंसा की चोरी कर ली थी। पीड़ित ने इस संबंध में शनिवार को ही कांड संख्या 213/24 दर्ज कराया। जिसके बाद एक टीम गठित कर मामले के उद्भेदन का निर्देश दिया गया। इस टीम ने कुछ ही घंटो में एक बोलेरो पिकअप पर लदी चोरी की तीन भैंस को बरामद करने के साथ ही तीन चोरों को गिरफ्तार कर लिया। वही, उनके निशानदेही पर इस मामले में शामिल दो अन्य चोरों को भी पकड़ा गया। उनके पास से 65 हजार रूपए, दो स्क्रीन टच व एक कीपैड मोबाईल बरामद किया गया। गिरफ्तार चोरों में नया भोजपुर निवासी सद्दाम खां पिता स्व. निजाम खां, सिमरी थाना क्षेत्र के सहियार गांव निवासी रोहित नट पिता स्व. अनिल नट, इसी गांव के शोबरात नट पिता स्व. मदारी नट, तिलक राय के हाता ओपी के बड़का राजपुर गांव के शत्रुघ्न्न राम पिता स्व. बालकिशुन राम तथा डुमरांव साफाखाना रोड स्थित अनुसूचित जाति बस्ती निवासी रामकुमार राम पिता स्व. रामविलाश राम को गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी ने बताया कि सभी शातिर पशु चोर है तथा उनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि पूछताछ में चोरों ने पूर्व में भी पशु चोरी के कई मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। आवश्यक पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। इधर शहर में इस बात की चर्चा है कि नये थानाध्यक्ष के रूप में योगदान करते ही अपराधियों तथा चोर उचक्कों पर नकेल कसने की प्रक्रिया तेज हो गई है। जिससे पुलिस के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ गया है।