चौगाईं के लाल विशाल शाही बने लेफ्टिनेंट, संघर्ष से सफलता की प्रेरक कहानी
भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून की ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड में जब लेफ्टिनेंट विशाल शाही ने कदमताल किया, तो यह पल सिर्फ एक युवा की सफलता नहीं, बल्कि चौगाईं गांव के सपनों की जीत बन गया। स्थानीय गांव निवासी रोहित प्रताप शाही के पुत्र विशाल शाही ने लेफ्टिनेंट पद हासिल कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

-- लेफ्टिनेंट बनने के बाद पहली बार गांव पहुंचने पर हुआ ढोल नगाड़ो से स्वागत
केटी न्यूज/चौगाईं
भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून की ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड में जब लेफ्टिनेंट विशाल शाही ने कदमताल किया, तो यह पल सिर्फ एक युवा की सफलता नहीं, बल्कि चौगाईं गांव के सपनों की जीत बन गया। स्थानीय गांव निवासी रोहित प्रताप शाही के पुत्र विशाल शाही ने लेफ्टिनेंट पद हासिल कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
-- गांव पहुंचते ही उमड़ा उत्साह, बना जश्न का माहौल
लेफ्टिनेंट बनने के बाद शुक्रवार को जैसे ही विशाल शाही अपने पैतृक गांव चौगाईं पहुंचे, पूरे गांव में जश्न का माहौल बन गया। ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं और नारों के बीच उनका भव्य स्वागत किया गया। उनके आवास पर आयोजित सम्मान समारोह में बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री दीपक प्रकाश, संदेश विधायक राधाचरण सेठ, जिला पार्षद अरविंद प्रताप शाही सहित कई जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। समारोह में अतिथियों का स्वागत जिला पार्षद अरविंद प्रताप शाही ने किया।

-- मालाओं से सम्मान, युवाओं में नई ऊर्जा
समारोह के दौरान लेफ्टिनेंट विशाल शाही को माला पहनाकर, मिठाई खिलाकर और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सम्मानित किया गया। खासकर गांव के युवाओं में उनके प्रति जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। हर कोई इस सफलता को अपने लिए प्रेरणा मान रहा था।
-- पटना से आईएमए तक का प्रेरक सफर
अपने संबोधन में लेफ्टिनेंट विशाल शाही ने संघर्ष और अनुशासन से भरी अपनी यात्रा साझा की। उन्होंने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा 12वीं तक पटना के एक निजी विद्यालय से हुई। इसके बाद उन्होंने डीआईयू से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने देशसेवा का सपना चुना और सिविल सेवा परीक्षा (सीडीएस) की तैयारी शुरू की। उन्होंने बताया कि पहली बार सीडीएस में उन्होंने ओटीए के लिए ऑल इंडिया दसवां रैंक प्राप्त किया, जबकि दूसरी बार आईएमए के लिए ऑल इंडिया नौवां रैंक हासिल कर अकादमी में प्रवेश पाया।

-- प्रेरणास्रोत बना चौगाईं का सपूत
समारोह में मौजूद अतिथियों ने कहा कि लेफ्टिनेंट विशाल शाही की सफलता यह साबित करती है कि सही दिशा, कठिन परिश्रम और अटूट संकल्प से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। उनका यह सफर आज चौगाईं ही नहीं, बल्कि पूरे जिले के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया है।
