चौसा के किसान नेता अशोक तिवारी संदेहास्पद परिस्थिति में मौत, हत्या का आरोप लगा रहे परिजन

चौसा के प्रभावित किसान मजदूर यूनियन के संयोजक 52 वर्षीय अशोक तिवारी की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई है। गुरूवार की सुबह उनका शव राजपुर थाना क्षेत्र के सिकरौल मार्ग पर सड़क किनारे पानी से भरे चाट से बरामद हुआ है। वे पानी में औंधे मुंह गिरे थे तथा शरीर पर जख्म के निशान भी मिले हैं।

चौसा के किसान नेता अशोक तिवारी संदेहास्पद परिस्थिति में मौत, हत्या का आरोप लगा रहे परिजन

- घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस व एफएसएल की टीम, सिकरौल गांव जाने वाले मार्ग में सड़क किनारे पानी से भरे चाट में औंधे मुंह पड़़ा था शव

- परिजनों ने उनके दो सहयोगियों पर ही लगाया हत्या का आरोप

केटी न्यूज/बक्सर

चौसा के प्रभावित किसान मजदूर यूनियन के संयोजक 52 वर्षीय अशोक तिवारी की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई है। गुरूवार की सुबह उनका शव राजपुर थाना क्षेत्र के सिकरौल मार्ग पर सड़क किनारे पानी से भरे चाट से बरामद हुआ है। वे पानी में औंधे मुंह गिरे थे तथा शरीर पर जख्म के निशान भी मिले हैं। जिस कारण हत्या की आशंका जताई जा रही है। परिजनों ने भी उनकी हत्या किए जाने की बात कही है तथा आरोप उनके दो सहयोगियों पर ही लगाया है। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर राजपुर थानाध्यक्ष संतोष सिंह, मुफस्सिल थानाध्यक्ष अरविंद कुमार व सदर डीएसपी धीरज कुमार के अलावा एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई।

आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

घटना स्थल पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम की तैयारी कर रही थी। तभी ग्रामीण आक्रोशित हो चौसा मोहनिया पथ को जाम कर एसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। हालांकि डीएसपी के समझाने-बुझाने के बाद शव को स्वजन घर पर लाये। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।

वही इस घटना के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। लोग साजिश की तहत उनकी हत्या किए जाने की बात कह रहे है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक इस मामले में परिजनों ने एफआईआर दर्ज नहीं कराया था। वही, पुलिस भी इस मामले में कुछ बताने से परहेज कर रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि उनकी मौत किसी हादसे या बीमारी की वजह से हुई है या फिर साजिश के तहत हत्या की गई है। 

रात दस बजे तक पूजा पंडाल में प्रसाद वितरण करते देखे गए थे

मिली जानकारी के अनुसार वे सामाजिक व्यक्ति थे तथा चौसा किसान आंदोलन के प्रखर नेतृत्वकर्ता भी थे। वे बुधवार को पूर्वी टोला रखे गए मां दुर्गा के प्रतिमा के पास पट खुलने के बाद से प्रसाद वितरण कर रहे थे। रात्रि 10 बजे तक वे पंडाल में देखे गए थे। इसके बाद वे घर जाने के लिए निकले, लेकिन घर नहीं पहुंचे। परिजनों ने भी यह सोचा कि वह पंडाल में ही होंगे, इसलिए उनकी तलाश नहीं की गई। सुबह जब लोग बाहर निकले तो उन्होंने सड़क किनारे खेतों में अशोक तिवारी का शव पड़ा हुआ देखा। वह औंधे मुंह गिरे हुए थे बाद में जब लोगों ने शव को पानी से बाहर निकाला तो यह देखा कि उनके नाक से खून आ रहा था, साथ ही शरीर पर चोट के निशान भी हैं। इस दौरान उनके पुत्र प्रिंस ने सिकरौल के दो लोगों पर आरोप लगाते हुए हत्या किए जाने की आशंका जताई। इधर राजपुर थाना प्रभारी ने बताया वे रात्रि पहर सिकरौल के संजय राय उर्फ गुड्डू राय के महाराजा ईंट-भट्टे पर गए थे, जहां कोई पार्टी थी। पार्टी समाप्ति के बाद गुड्डू राय द्वारा उन्हें किसी को घर छोड़ने को कहा था। सुबह जानकारी मिली कि इस तरह की घटना हो गई

वही, सदर डीएसपी धीरज कुमार ने बताया कि साक्ष्य जुटाया जा रहा है। शरीर पर कुछ निशान मिले हैं। ऐसा लगता है कि उनके साथ मारपीट की गई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई है। पुलिस इस घटना में पूरी तरह से जांच में जुटी हुई है। दोषी जो भी होगा उसका पता लगा लिया जाएगा।