बाल श्रम पर गिरी गाज, नावानगर से नाबालिग मुक्त, जिला प्रशासन ने दी नई जिंदगी

बक्सर जिला प्रशासन ने बाल श्रम उन्मूलन की दिशा में बड़ी कार्रवाई करते हुए नावानगर प्रखंड क्षेत्र से एक बाल श्रमिक को बुधवार को मुक्त कराया। श्रम संसाधन विभाग के निर्देश पर गठित धावाल दल ने यह अभियान चलाया।

बाल श्रम पर गिरी गाज, नावानगर से नाबालिग मुक्त, जिला प्रशासन ने दी नई जिंदगी

केटी न्यूज/नावानगर

बक्सर जिला प्रशासन ने बाल श्रम उन्मूलन की दिशा में बड़ी कार्रवाई करते हुए नावानगर प्रखंड क्षेत्र से एक बाल श्रमिक को बुधवार को मुक्त कराया। श्रम संसाधन विभाग के निर्देश पर गठित धावाल दल ने यह अभियान चलाया।

इस संयुक्त कार्रवाई में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बक्सर सदर, चौसा, चक्की, राजपुर, ब्रह्मपुर और नावानगर के अधिकारी शामिल रहे। इसके साथ ही नावानगर थाना पुलिस बल और एक स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि भी अभियान का हिस्सा बने। अधिकारियों की मौजूदगी में धावाल दल ने नाबालिग को बाल श्रम की बेड़ियों से आज़ाद कराया।

मुक्त कराए गए बच्चे को जिला बाल कल्याण समिति की देखरेख में सौंप दिया गया है। समिति द्वारा उसकी प्राथमिक जरूरतों जैसे स्वास्थ्य जांच, भोजन और सुरक्षित ठहराव की व्यवस्था की गई है। इसके बाद पुनर्वास प्रक्रिया शुरू की जाएगी ताकि वह शिक्षा और बेहतर भविष्य से जुड़ सके।

अधिकारियों का कहना है कि बाल श्रम न केवल बच्चों के अधिकारों का हनन करता है बल्कि उनके भविष्य को भी अंधकारमय बनाता है। जिला प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि बाल श्रम करने वाले किसी भी नियोक्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। श्रम संसाधन विभाग की ओर से बताया गया कि बक्सर जिले में बाल श्रम को जड़ से समाप्त करने का अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा। प्रशासन का मानना है कि समाज के सहयोग से ही इस कुप्रथा को खत्म किया जा सकता है।