24 घंटे के अंदर चौकीदार पुत्र हत्याकांड का खुलासा, छह अभियुक्त गिरफ्तार, पिस्टल व कट्टा बरामद

24 घंटे के अंदर चौकीदार पुत्र हत्याकांड का खुलासा, छह अभियुक्त गिरफ्तार, पिस्टल व कट्टा बरामद

- शराब तस्करों ने दिया है घटना को अंजाम, मृतक के भाई को भी मारने के फिराक में थे हत्यारें

- हत्यारों को गिरफ्तार कर पुलिस ने अपराधियों को दिए सख्त संदेश

फोटो- पुलिस गिरफ्त में हत्यारें

केटी न्यूज/राजपुर

राजपुर थाना क्षेत्र के देवढ़िया गांव में 29 जून की देर रात अपराधियों ने गांव के चौकीदार बिरजा पासवान के घर हमला बोल उनके पुत्र टुनटुन पासवान को गोलियों से छलनी कर दिया था। जबकि चौकीदार का पोता व मृतक के पुत्र संजीव को भी गोली लगी थी। पुलिस ने इस घटना को चुनौती के रूप में लेते हुए 48 घंटे के अंदर कांड में संलिप्त 8 में से 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार हत्याकांड का खुलासा कर लिया है। पुलिस ने इस घटना में प्रयुक्त पिस्टल व कट्टा के साथ ही एक गोली भी अभियुक्तों के घर से बरामद किया है। प्रेस रिलीज जारी कर पुलिस ने इसकी जानकारी दी है। वही फरार चल रहे दो अभियुक्तों की गिरफ्तार के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से अपराधियों को काफी सख्त संदेश पहुंचा है। बता दें कि चौकीदार के घर घुस उसके पुत्र की हत्या कर अपराधियों ने अपने बढ़े मनोबल का परिचय दिया था। जिससे पुलिस विभाग की किरकिरी हो रही थी। वही अपराधियों के दुस्साहस से लोगों में भय व्याप्त था। मृतक की पत्नी सुनीता देवी द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बाद पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर अपनी साख बचाई है। गिरफ्तार अभियुक्तों ने इस घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार ली है। आवश्यक पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। सभी अभियुक्त देवढ़िया के ही रहने वाले है तथा शराब कारोबार से जुड़े है। गिरफ्तार अभियुक्तों में रामाशीष राम व उनके दो पुत्र नीतीश राम, अखिलेश राम के अलावे अजय उर्फ उपेन्द्र राम पिता राजेन्द्र राम, ओमप्रकाश राम उर्फ नारायण राम पिता सुदार्शन राम व लालजी राम पिता विनोद राम शामिल है। इनमें नीतीश राम को ही मुख्य अभियुक्त बताया जा रहा है जो शराब तस्करी मामले में हाल ही में जेल से छूटकर बाहर आया था। 

चौकीदार पर था शराब की खेप पकड़वाने का शक

मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले देवढ़िया में शराब की खेप को पुलिस ने पकड़ा था। इस दौरान नीतीश राम भी तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। नीतीश तथा उसके गिरोह को शक था कि चौकीदार बिरजा ही उनके खेप को पकड़वाया है। यही कारण है कि जेल से बाहर आते ही दीपक ने प्रतिशोध में चौकीदार के पुत्रों की हत्या की साजिश रची तथा अपने भाई रामाशीष तथा अन्य अभियुक्तों के साथ मिल 29 जून की रात 10.30 से 11 बजे के बीच चौकीदार के घर हमला बोल दिया। इस दौरान गोली लगने से चौकीदार पुत्र टुनटुन की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि उसका बेटा संजीव कुमार भी गोली लगने से घायल है। जिसका इलाज पटना पीएमसीएच में चल रहा है।

चौकीदार और छोटे बेटे को भी मारना चाहते थे हत्यारें

बता दें कि चौकीदार बिरजा पासवान के दो पुत्रों में मृतक बड़ा था। हत्यारें उसके साथ ही छोटे बेटे शशि पासवान को भी मारना चाहते थे। लेकिन जिस वक्त अपराधियों ने उनके घर हमला किया उस वक्त उनके हमले में चौकीदार बाल बाल बच गया जबकि छोटा बेटा सामने नहीं आया। जिस कारण उसकी जान बच गई। हत्यारों की मंशा को जानने के बाद पुलिस भी हैरान हो गई।

चौकीदारों में बना हुआ है भय

इस घटना के बाद जिलेभर के चौकीदारों में भय बना हुआ है। बता दें कि चौकीदार पुलिस व पब्लिक के बीच कड़ी की भूमिका निभाते है। वही विभिन्न गांवों में होने वाली घटनाओं की जानकारी भी चौकीदार ही पुलिस को देते है। इसके अलावे शराब तथा अन्य मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए पुलिस विभाग द्वारा चौकीदारों को बड़ी जिम्मेवारी दी गई है। बावूजद इस घटना के बाद चौकीदारों में भय बना हुआ है। बता दें कि करीब एक महीना पहले बक्सर में तैनात तथा सिकरौल थाना क्षेत्र के रेंका निवासी चौकीदार सुमन को भी ड्यूटि से घर आने के दौरान अज्ञात वाहन ने धक्का मार दिया था। जिसका बनारस में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। तब दबे जुबां परिजन ने जानबूझकर उसके बाइक में धक्का मारने की बात कही थी। देवढ़िया में शराब तस्करों द्वारा चौकीदार के घर हमला बोल उसके पुत्र की हत्या किए जाने से चौकीदार सहमें हुए है।

कहते है एसपी

एसपी मनीष कुमार ने कहा कि चौकीदार पुत्र हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया गया है। छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से घटना में प्रयुक्त पिस्टल व कट्टा भी बरामद हुआ है। गिरफ्तार अभियुक्तों में नीतीश राम का अपराधिक रिकार्ड है। एसपी ने कहा कि फरार चल रहे दो अभियुक्तों को भी जल्दी पकड़ लिया जाएगा।