शराब छापेमारी के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प, दरोगा को छुड़ाने के लिए फायरिंग में महिला जख्मी

शराब छापेमारी के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प, दरोगा को छुड़ाने के लिए फायरिंग में महिला जख्मी

मखदुमपुर प्रखंड के पल्या गांव की घटना, गुस्साए लोगों ने किया गया-पटना मुख्य मार्ग को जाम 

शराब बेचने के आरोप में तीन महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद भड़का लोगों का गुस्सा 

ग्रामीणों की ओर से किए गए पथराव में एक पुलिसकर्मी घायल 

केटी न्यूज मखदुमपुर। 

शनिवार की सुबह मखदुमपुर प्रखंड के पल्या गांव में अबकारी विभाग की टीम छापेमारी करने पहुंची थी। इस दौरान पुलिस टीम और ग्रामीणों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद प्रशासन द्वारा तीन राउंड फायरिंग करने की बात सामने आ रही है। जिसमे एक महिला जख्मी हो गई। वहीं पुलिस ने शराब बेचने के आरोप में 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया। जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने गया-पटना मुख्य मार्ग एनएच-83 को घण्टो जाम कर आगजनी कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं महिलाओं ने बताया कि आबकारी विभाग की टीम छः सात गाड़ी के साथ सुबह सुबह पहुंची और घरों में घुस दुर्व्यवहार करने लगी। इसी बीच ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हुई। ग्रामीणों की ओर से पथराव किया गया जिसमें एक पुलिसकर्मी राजनंदन प्रसाद घायल हो गए। बाद में पुलिस की ओर से फायरिंग की गई जिमसें सोनम नामक एक महिला घायल हो गई।

वहीं घटना की सूचना पाकर मौके पहुंचे मखदुमपुर नगर पंचायत के वार्ड नं 5 के पार्षद रितेश कुमार उर्फ चून्नु शर्मा ने कहा कि प्रशासन दमनकारी रवैया अपनाई हुई है। जो सही नहीं है। ये आश्चर्य की बात है कि पुलिस की ओर से तीन राउंड फायरिंग की गई और महिलाओं से दुर्व्यवहार किया गया, जो निंदनीय है। साथ ही उन्होंने शराबबंदी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हर दिन प्रशासन की ओर से छापेमारी की जाती है। तो फिर शराब कैसे बिक रहा है। प्रशासन के इस रवैया पर जिला प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए। जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उन्हें जल्द छोड़ा जाए, वही मखदुमपुर पुलिस और नगरपंचायत के वार्ड सदस्य रितेश कुमार चुन्नू शर्मा के समझाने बुझाने के बाद सड़क जाम हटाया गया, जिसके बाद परिचालन सुचारू रूप से चालू हो सका।