शीतलहर शुरू, नहीं शुरू हुई सरकारी अलाव की व्यवस्था, निजी संसधान बना सहारा

शीतलहर शुरू, नहीं शुरू हुई सरकारी अलाव की व्यवस्था, निजी संसधान बना सहारा

केटी न्यूज/चक्की

कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। प्रखंड के जवही, चक्की, अरक और चंदा पंचायतों में ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। गंगा किनारे स्थित इन इलाकों में हर दिन गिर रहे तापमान ने खासकर बुजुर्गों और बच्चों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ठंड से बचाव के लिए न तो अलाव की व्यवस्था है और न ही कोई अन्य सरकारी सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऐसे में लोग निजी संसाधनों व अलावे के सहारे ही इस कठिन ठंड से निजात पाते दिखाई दे रहे है।

जवही बीडीसी मुन्ना यादव, चक्की मुखिया गुंजन कुमार यादव, अरक मुखिया कलावती देवी का कहना है कि ठंड के इस मौसम ने गेहूं के फ़सल के लिए अच्छा है लेकिन बुजुर्गों के लिए प्रशासन की ओर से अभी तक कोई पहल नहीं हुई है। दियारा क्षेत्र के लोग ठिठुरते हुए रात बिताने को मजबूर हैं। जवही दियर के बुजुर्ग ओमप्रकाश यादव, जमुना यादव, महेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, लालू सिंह,बलिराम सिंह ने बताया, ष्हम गरीब लोग सिर्फ अपने फटे पुराने कपड़ों के सहारे ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं। अलाव की व्यवस्था न होने से हालात और खराब हैं।

स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने भी इस समस्या को गंभीर बताया है। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र ठंड से राहत के लिए अलाव जलाने और जरूरतमंदों को कंबल वितरित करने की मांग की है।सरकारी उदासीनता के कारण इन इलाकों में हर साल ठंड के दौरान ऐसी समस्याएं सामने आती हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस दिशा में तुरंत कार्रवाई की मांग की है।