बक्सर का विकास ही मेरा लक्ष्य, चौसा के किसानों व मलई परियोजना पंचायती से सुलझा लिया जाएगा - सुधाकर सिंह

बक्सर का विकास ही मेरा लक्ष्य, चौसा के किसानों व मलई परियोजना पंचायती से सुलझा लिया जाएगा - सुधाकर सिंह

- बक्सर के नये सांसद ने प्रेस वार्ता आयोजित कर गिनवाई प्राथमिकताएं

केटी न्यूज/बक्सर 

बक्सर का विकास व किसानों का विकास मेरा मुख्य कार्य होगा। मेरा जो भी कार्य होगा किसानों के लिए साथ ही बक्सर का चहुमुंखी विकास करना मेरा लक्ष्य है। वही, चौसा बिजली घर परियोजना में जमीन देने वाले किसानों की समस्या तथा मलई बराज परियोजना के निर्माण में आ रही बाधा को पंचायती से सुलझाने का काम करूंगा। उकत बातें बक्सर संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले राजद नेता सुधाकर सिंह ने बुधवार को बक्सर में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।

उन्होंने कहा कि बक्सर संसदीय क्षेत्र की दो परियोजनाओं पर समस्या खड़ा हुआ है। चौसा बिजली घर, दूसरा मलई बराज परियोजना इन दोनों परियोजनाओं पर हम लोग पंचायती करेंगे। पंचायती करने की जरूरत इसलिए है कि किसानों की जायज जो मांगें है उसको भी सुनी जाएगी। सरकार के स्तर पर किसानों का समाधान भी करेंगे। इसके बाद ही इन परियोजनाओं को चालू कराने का प्रयास किया जाएगा। मैं भारतीय संसद का सदस्य हूं। इसलिए मेरा पहला काम सभी भारतीय कानूनों को बदलने का होगा, जो किसानों के खिलाफ है।

चाहे भूमि अधिग्रहण हो या मंडी कानून हो या मिनीमन सपोर्ट प्राइज का मामला हो, नई शिक्षा की नीति हो जिसमें ये सरकार हायर एजुकेशन के लिए पैसा नहीं देना चाहती। ये जो बड़े मसले हैं सरकार के जरिए सुलझेंगे। जो छोटे-छोटे काम है। मेडिकल कॉलेज का मसला है, नहरों की सफाई का मसाला है इस सभी चीजों को हम अपने व्यक्तिगत प्रयास से हल कराएंगे। वहीं, उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि जनता ने इस बार वोट का चोट किया है।

लेकिन चोट थोड़ा और 10 पर्सेंट कर देते, क्योंकि देश के प्रधानमंत्री 4 लाख 80 हजार से एक लाख पचास हजार पर चले आए फिर भी वो दहाड़ रहे हैं। वही बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी वालों ने कहा था कि हम राम को लाये है। जो राम, सबको लाये है, उनको लाने वाले पीएम व सीएम दम्भ भरने वालों को दंड मिलेगा, वह बदला लेंगे। दंड मिला अयोध्या सहित यूपी की आधी सीट गवां दी। केवल पीएम की जीत से उनकी लाज बची।

वही प्रतिद्वंदी मिथिलेश तिवारी पर तंज कसते हुए कहा कि मैं बक्सर का विकास कैसे करूंगा, इसके लिए वो इसलिए धमका रहे है कि केंद्र और राज्य में उनकी सरकार है। दोनों मिलकर के विकास नहीं करने देंगे तो उस मुगालते में न रहे। सत्ता में सरकार रहने के बाद भी अपने गोपालगंज में एक इंच काम नहीं करा पाए वो बक्सर के विकास की चिंता न करें मैं काम कर के दिखाऊंगा।