नाक पर रुमाल रख काली मंदिर पहुंचते है श्रद्धालु, बढ़ी परेशानी
- नवरात्र में कूड़े की बदबू से काली आश्रम जाने से कतरा रहे हैं श्रद्धालु
केटी न्यूज/डुमरांव
शक्ति की अधिष्ठात्री देवी मां दुर्गा की उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्र की शुरुआत होते ही देवी मंदिरों में महिला व पुरुष भक्तों की टोली उमड़ने लगी है। स्थानीय कांव नदी के तट पर प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित नगर देवी मां काली मंदिर में पूरे नवरात्र महिला और पुरुष श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ी रहती है लेकिन मंदिर के आने-जाने वाले रास्तों पर गंदगी की सड़ांध और बदबू से लोग परेशान है। माता रानी की पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालु नाक पर रुमाल रखकर इस रास्ते से गुजरते है और नगर परिषद के एनजीओ द्वारा बरती जा रही लापरवाही के प्रति आक्रोश जताते है। पर्व के दौरान में नगर विकास व आवास विभाग ने शहर को स्वच्छ रखने के लिये दिशा-निर्देश जारी करते हुए श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए सख्त निर्देश दिया है, जिसके तहत सफाई कार्यों व स्वच्छता में लापरवाही बरतने वाले एनजीओ पर भी नकेल कसी जायेगी। डुमरांव नगर परिषद भी उस दायरे में शामिल है। नप शहर की स्वच्छता और साफ-सफाई को लेकर हर माह करीब 46 लाख की राशि खर्च करती है। शहर की साफ-सफाई की जिम्मेवारी नप ने एनजीओ के हाथों सौपी है। एनजीओ सफाईकर्मी डोर-टू-डोर कचरा उठाव करने के बाद जहां देखी खाली जगह वहां कचरे को उढेल कर चले जाते है। शहर के मुख्य सड़क एनएच 120, बाईपास सड़क, सुमित्रा महिला कॉलेज रोड, काली मंदिर रोड, जंगलीनाथ महादेव रोड, जंगल बाजार के किनारे ही कूड़े- कचरे को डंप करते हैं, जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। सड़क किनारे इन दिनों तरफ कूड़ो का अंबार लगा है, जो लावारिस जानवरों का बसेरा बन गया है। डंपिंग कूड़े-कचरे से उठ रहे बदबू के कारण राहगीरों सहित आसपास के लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है। राहगीर नाक पर रुमाल रखकर मुख्य सड़क को पार करते हैं। नप प्रशासन जानकारी के बाद भी इस मामले में मौन साधे है। लोगों का कहना है कि कूड़े-कचरे के सड़क किनारे डंपिंग बंद करने के लिए कई बार नप को जानकारी दी गयी। बावजूद नप उदासीनता बरत रहा है। लोगों में नप के इस रवैये से आक्रोश है। लापरवाह सफाई एनजीओ को शहर की स्वच्छता का दायित्व देकर नप ने स्वच्छ डुमरांव-सुंदर डुमरांव बनाने के सपनों पर ग्रहण लगा दिया है। एनजीओ द्वारा खुले में फेंके गये कूड़े-कचरे से सड़क पर गंदगी का आलम पसर गया है। शहर का कचरा काली मंदिर रोड के सड़क किनारे फेंके जाने से स्थिति भयावह बन गयी है। यहां रहना मुश्किल सा हो गया है। कचरे की बदबू और गंदगी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। हवा चलने पर कचरे के सड़ांध से काफी दुर्गंध निकलता है, जिससे आने-जाने में परेशानी होती है। वहीं इस संबंध में नप के इओ मनीष कुमार से संपर्क साधा गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।