राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी का डीजी बदला,' प्रदीप सिंह खरोला 'को मिली जिम्मेदारी
सरकार ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी का डीजी बदल दिया है। सुबोध कुमार की जगह रिटायर्ड IAS अफसर प्रदीप सिंह खरोला को यह जिम्मेदारी दी गई है।
केटी न्यूज़/दिल्ली
देश में नीट पेपर लीक का मामला तूल पड़ता जा रहा है। युवाओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया तो विपक्ष ने केंद्र पर जमकर निशाना साधा। मामला बढ़ता देख मोदी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया।इस बीच अब NTA अधिकारियों पर भी कार्रवाई शुरू हो चुकी है।सरकार ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी का डीजी बदल दिया है। सुबोध कुमार की जगह रिटायर्ड IAS अफसर प्रदीप सिंह खरोला को यह जिम्मेदारी दी गई है।आखिर प्रदीप सिंह खरोला कौन हैं।
खरोला उत्तराखंड के मूल निवासी हैं और उन्होंने 1982 में इंदौर युनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनरिंग की डिग्री हासिल की थी। 1984 में उन्होंने IIT दिल्ली से इंडस्ट्रियल इंजीनरिंग में पीजी की डिग्री ली। यहां उन्होंने टॉप भी किया। उन्होंने फिलीपींस के मनीला में स्थित एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से मास्टर्स इन डेवलपमेंट मैनेजमेंट की डिग्री भी हासिल की है।
62 साल के खरोला राष्ट्रीय प्रशासनिक सुधार आयोग के संयुक्त सचिव के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने शहरी प्रशासन, शहरी सार्वजनिक परिवहन और नीति बनाने में काफी काम किया है। 2000 में वह बैंगलोर सिटी बस सेवा को घाटे से फायदे में लाए थे। 2012 में उन्हें ई गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय अवॉर्ड भी मिला। 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार भी मिला।
प्रदीप सिंह खरोला एयर इंडिया का काम संभाल चुके हैं। कंपनी के प्राइवेट होने से पहले उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली थी। वह बेंगलुरू मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। 1985 बैच के आईएएस अधिकारी खरोला कर्नाटक से नाता रखते हैं। वह 2012-13 में कर्नाटक मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार बने थे। वह कर्नाटक शहरी अवसंरचना विकास और वित्त निगम के भी प्रमुख रह चुके हैं। यह संस्था विदेशी निवेशकों से फंड जुटाकर शहरों में सड़क पानी जैसी मूलभूत चीजें उपलब्ध कराती है।
प्रदीप सिंह खरोला भारत व्यापार संवर्धन संगठन के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। अब उन्हें राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। NTA को नीट की परीक्षा करानी है और नए डायरेक्टर की नियुक्ति से पहले तक यह जिम्मेदारी प्रदीप सिंह खरोला के ऊपर ही रहेगी।