बक्सर पुलिस के आंखो में धुल झोंक डायल 102 के एम्बुलेंस चालक ढो रहे है शराब, सरकारी एम्बुलेंस जब्त
केटी न्यूज/डुमरांव
अनुमंडल इलाके में शराब तस्करी का नया मामला सामने आया हैं। मंगलवार को ब्रह्मपुर पुलिस ने गुप्त सूचना पर एक एंबुलेंस से तीन पेटी में कुल 148 पीस शराब बरामद किया हैं। पुलिस ने चालक को भी गिरफ्तार कर लिया हैं। एंबुलंेस नंबर बीआर 01पीपी 0477 पर राज्य स्वास्थ्य समिति अंकित हैं। सूत्रों की मानें तो चालक यूपी से शराब की खेप लेकर आया था। वही इसके पहले दोपहर में मुरार पुलिस ने दिवा गश्ती अभियान के चौगाईं पानी टंकी के समीप से लावारिश हालत में खड़ी एक यूपी नंबर की वैगनार कार जिसका नंबर यूपी 65 बीएन 8157 से 11 पेटियों में छिपाकर रखे कुल 570 पीस फ्रुटी पैक शराब बरामद किया हैं।
पुलिस वाहन को जब्त कर उसके नंबर के आधार पर तस्करों तक पहुंचने का प्रयास कर रही हैं। मुरार थानाध्यक्ष रविकांत प्रसाद ने इसकी पुष्टि की है। ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष वैजनाथ चौधरी ने बताया कि जिस एंबुलेंस में शराब पकड़ाया हैं, उसी एंबुलेंस से मुरार में शराब की डिलवरी दी गई थी। जिसके बाद स्थानीय तस्कर इसे वैगनार कार में भर ठिकाने पर पहुंचाने जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस को दिवा गश्ती अभियान चलाते देख पानी टंकी के पास कार को छोड़ फरार हो गए। ब्रह्मपुर में गिरफ्तार एंबुलेंस चालक जासों के पिंटू ओझा से पूछताछ के आधार पर पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही हैं। जबकि मुरार थानाध्यक्ष रविंकात की मानें तो तस्करों की पहचान कर ली गई है। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। जबकि घटना की जानकारी मिलते ही डुमरांव एसडीपीओ मुरार व ब्रह्मपुर थाना पहुंच जांच पड़ताल में जुट गए हैं। वही एंबुलेंस से शराब बरामदगी की चर्चा ब्रह्मपुर समेत जिलेभर में हो रही है। एसडीपीओ अफाक अंसारी ने कहा कि मामले की पड़ताल की जा रही हैं कि तस्करों द्वारा शराब की खेप कहा से लाया गया था तथा इस खेल में कौन कौन लोग संलिप्त हैं। वहीं सूत्रों कि मानें तो जिले के सरकारी एम्बुलेंस चालक काफी दिनों से शराब तस्करी के धंधे में संलिप्त है। इनको कोई हाथ भी नहीं देता है असानी से डिलेवरी कर देते है। यहीं नहीं शाम होते ही सदर अस्पताल के चालक शराब कि नशे में मस्त हो जाते है। पुलिस सूत्रों कि मानें तो आज से लगभग सात माह पहले एक चालक को शराब के नशे में पकड़ा गया था। उसे हाजत में भी बंद किया गया था। परन्तु वह हाजत में आत्म हत्या करने लगा। जिसके डर से छोड़ दिया गया। शराब तस्करी से जुड़े लोगों कि मानें तो जिले में शराब तस्करी का बड़ा मास्टर माइंड है वो चालक जिसे सभी पुलिस वाले जानते है।