डीएम ने तटवर्ती इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने का दिया निर्देश
- कोईलवर तटबंध पर कटाव देख तत्काल मरम्मत के दिए निर्देश, बाढ़ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता से पूछा स्पष्टीकरण
केटी न्यूज/सिमरी
गुरूवार को जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल के द्वारा केशोपुर हनुमान घाट, एवं उमरपुर बांध का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में तटबंध से केशोपुर के बीच में बक्सर कोईलवर गंगा तटबंध किलोमीटर 08 पर तटबंध से 150 से 200 मीटर की दूरी पर कटाव देखा गया। इस कटाव को रोकने के लिए डीएम ने कटाव निरोधक कार्य कराने के लिये विभागीय निदेश के आलोक में प्रस्ताव तैयार कर उप विकास आयुक्त से समन्वय स्थापित करते हुए विभाग को भेजने का निर्देश कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल बक्सर को दिया। जबकि निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि बांध के आस-पास स्थानीय लोगों के द्वारा स्थाई घरों का निर्माण किया गया है। जो बाढ़ के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुरक्षित नहीं है। इस संबंध में अंचलाधिकारी सिमरी को निर्देश दिया गया कि बाढ़ से पूर्व आस-पास बनाये गये सभी संबंधित आवासीय लोगों को अन्यत्र सुरक्षित स्थानों पर भेजना सुनिश्चित करेंगे। चूंकि इस वर्ष केन्द्रीय जल आयोग द्वारा बाढ़ आने का अनुमान लगाया गया है। इस संबंध में निर्देश दिया गया कि बाढ़ की संभावना को देखते हुए केशोपुर, गंगौली, निशांत सिंह का डेरा एवं बिहार घाट में संभावित बाढ़ के बचाव के लिए उचित मात्रा में बाढ़ के दौरान काम आने वाली सामग्रियों का भंडारण करने का निर्देश दिया। ताकि आवश्यकतानुसार इसका सुलभता से उपयोग किया जा सके। निरीक्षण के क्रम में उपस्थित अंचलाधिकारी सिमरी एवं अनुमंडल पदाधिकारी डुमरांव को निर्देश दिया गया कि बाढ़ के दौरान मवेशियों की सुरक्षा के लिए अभी से ही आश्रय स्थल चिन्हित कर अग्रेतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। कटाव के रोकथाम में कार्यपालक अभियंता बाढ़ प्रमंडल बक्सर से पूछने पर उनके द्वारा कोई स्पष्ट जानकारी एवं भावी कार्य योजना के बारे में नहीं बताया गया। डीएम ने कहा कि कार्यपालक अभियंता बाढ प्रमंडल आने वाले संभावित बाढ़ के प्रति गंभीर नहीं है। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता बाढ प्रमंडल बक्सर को स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश दिया गया।