रामपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय में छात्रों का हंगामा, परीक्षा से वंचित किए जाने पर फूटा गुस्सा

प्रखंड के रामपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय में सोमवार को 12वीं कक्षा के छात्रों ने गेट पर जोरदार हंगामा किया। छात्रों का आरोप है कि नामांकन रामपुर में होने के बावजूद उन्हें परीक्षा में शामिल होने से वंचित कर दिया गया, जिससे उनके भविष्य पर संकट मंडराने लगा है। छात्रों ने इस दौरान घंटो बवाल काटा तथा प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए।

रामपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय में छात्रों का हंगामा, परीक्षा से वंचित किए जाने पर फूटा गुस्सा

-- छात्रों ने कहा, न रामपुर रखा, न कुदरा में पढ़ने दिया, भविष्य अधर में लटका

केटी न्यूज/केसठ  

प्रखंड के रामपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय में सोमवार को 12वीं कक्षा के छात्रों ने गेट पर जोरदार हंगामा किया। छात्रों का आरोप है कि नामांकन रामपुर में होने के बावजूद उन्हें परीक्षा में शामिल होने से वंचित कर दिया गया, जिससे उनके भविष्य पर संकट मंडराने लगा है। छात्रों ने इस दौरान घंटो बवाल काटा तथा प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए।

मिली जानकारी के अनुसार, इन छात्रों का नामांकन पिछले वर्ष रामपुर आवासीय विद्यालय में हुआ था, लेकिन बाद में प्रशासनिक निर्णय के तहत उन्हें पढ़ाई के लिए कैमूर जिले के कुदरा स्थित विद्यालय भेज दिया गया था। वहां, कई महीनों तक छात्रों ने पढ़ाई की, किन्तु अचानक परीक्षा से ठीक पहले कुदरा विद्यालय प्रशासन ने उन्हें पुनः रामपुर भेज दिया। जब छात्र सोमवार को त्रैमासिक परीक्षा में शामिल होने रामपुर पहुंचे, तो विद्यालय प्रशासन ने उन्हें परीक्षा देने से मना कर दिया। इससे आक्रोशित छात्रों ने विद्यालय गेट पर प्रदर्शन शुरू कर दिया और जोरदार नारेबाजी की।

 स्थिति तनावपूर्ण होते देख विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई। हंगामे की सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी लवकुश सिंह मौके पर पहुंचे और छात्रों से संवाद कर स्थिति को शांत किया। छात्रों ने उन्हें एक लिखित आवेदन सौंपा, जिसमें उन्होंने दोहरे स्थानांतरण, परीक्षा में वंचित करने, और कैमूर स्थित विद्यालय में शिक्षकों द्वारा दुर्व्यवहार एवं धमकी दिए जाने की बात कही।

छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि कुदरा विद्यालय में भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब है। शिकायत करने पर शिक्षकों द्वारा उन्हें धमकाया जाता है, जिससे वे भय के माहौल में जीने को विवश हैं। छात्रों नेे कहा कि त्रैमासिक परीक्षा में उन्हें सम्मिलित नहीं कराए जाने से उनका भविष्य चौपट हो रहा है। प्रबंधन जानबूझकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।

प्रशासन का आश्वासन 

प्रभारी बीडीओ लवकुश सिंह ने छात्रों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं को वरीय अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और जल्द से जल्द समाधान निकाला जाएगा। फिलहाल छात्रों की पढ़ाई और परीक्षा दोनों अधर में लटकी हुई हैं, और वे न रामपुर में पढ़ पा रहे हैं, न कुदरा में। इस स्थिति ने छात्रों के भविष्य पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

हालांकि, बीडीओ के आश्वासन के बाद छात्रों में इस बात की उम्मीद जगी है कि शीघ्र ही उनकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। वहीं, छात्रों ने कहा कि यदि शीघ्र उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे। छात्रों के बवाल मचाने से विद्यालय प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ी रही।