डीके कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डा बद्री प्रसाद सिंह का निधन, शोक में डूबा शिक्षा जगत

डीके कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डा बद्री प्रसाद सिंह का निधन, शोक में डूबा शिक्षा जगत
पूर्व प्राचार्य का फाइल फोटो

- कड़क मिजाज प्राचार्य के रूप में किए जाते रहे है याद

केटी न्यूज/डुमरांव

डीके कॉलेज डुमरांव के सबसे कड़क प्राचार्य माने जाने वाले 93 वर्षीय डा बद्री प्रसाद सिंह का निधन हो गया है। गुरूवार को सुबह पटना स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांसे ली। वे मूलरूप से कोरानसराय थाना क्षेत्र के कोपवां गांव के रहने वाले थे। वे उच्चकोटि के विद्वान और उससे भी बढ़कर कुशल प्रशासक थे। वे वर्ष 1992 में डीके कॉलेज के प्राचार्य के पद से सेवानिवृत हुए थे। अपने सेवाकाल में वे डीके कॉलेज को नई बुलंदियों पर पहुंचाए थे। डुमरांव के एकमात्र सरकारी कॉलेज के आधुनिकीकरण का श्रेय उन्हें जाता है। प्राचार्य रहने के दौरान कॉलेज को संसाधनों से लैस करने के साथ ही पढ़ाई का माहौल कायम करने में उन्होंने महती भूमिका निभाई थी। यही कारण है कि शिक्षा जगत में उनका नाम बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है। उनके निधन की खबर मिलते ही उनके करीबियों तथा शिक्षा प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है। लोगों ने उनके निधन को शिक्षा जगत व समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया। शोक व्यक्त करने वालों में उनके करीबी तथा राज्य सभा के सांसद रहे वशिष्ठ नारायण सिंह, सुनील सिंह, पूर्व मुखिया लल्लू सिंह, सत्यदेव सिंह, कतवारू सिंह, बलिशंकर पांडेय, फूलन सिंह, प्रिंस सिंह, जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य सह बक्सर श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष डा.शशांक शेखर , महासचिव कुंदन कुमार ओझा, शिक्षाविद डा. रमेश कुमार सिंह समेत सैकड़ो लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है।