मौत के मुंह में जाने से बचे आधा दर्जन से अधिक छात्र, एक की हालत गंभीर

मौत के मुंह में जाने से बचे आधा दर्जन से अधिक छात्र, एक की हालत गंभीर

- राजकीय बुनियादी विद्यालय आथर का गेट टूटने से हुआ हादसा

- घटना के बाद से मौन साधे है स्कूल प्रबंधन व विभाग

फोटो- राजकीय बुनियादी विद्यालय आथर का टूटा गेट, जख्मी छात्र को गोद में लिए अभिभावक

केटी न्यूज/नावानगर

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को सकार करने तथा बुनियादी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किए गए राजकीय बुनियादी विद्यालय कुव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गए है। गुरूवार को इसकी बानगी नावानगर अंचल के राजकीय बुनियादी विद्यालय आथर में देखने को भी मिली। जब विद्यालय प्रबंधन व शिक्षा समिति की लापरवाही का खामियाजा आधा दर्जन से अधिक छात्रों को भुगतनी पड़ी। संयोग बढ़िया था कि छात्रों की जान बच गई। बावजूद एक छात्र गंभीर रूप से जख्मी हो गया। गंभीर रूप से जख्मी यश कुमार पिता संजय कुमार को स्थानीय स्तर पर प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए आरा ले जाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार को दोपहर में मध्याह्न से पहले बुनियादी विद्यालय आथर का मुख्य गेट बंद था। जबकि अंदर शिक्षक छात्रों को पढ़ाने के बदले गप्पे हांक रहे थे। इसी दौरान दर्जनों छात्र गेट पर झूला झूलने लगे।

इसी दौरान गेट का एक हिस्सा टूट कर गिर गया। जिससे झूला झूल रहे छात्र एक दूसरे के उपर गिर पड़े। इससे आधा दर्जन से अधिक छात्र जख्मी हुए है। गौरतलब है कि सरकारी विद्यालयों का मुख्य गेट स्कूल आवर में बंद नहीं होना चाहिए और गेट भी पारदर्शी होता है। लेकिन यहा गेट में अंदर से ताला बंद था और पारदर्शी भी नहीं था। सूत्रों की मानें तो इस विद्यालय पर शिक्षा समिति के सचिव के मनमानी चलती है। इस घटना के बाद से विद्यालय प्रबंधन व विभाग मौन साधे हुए है। जबकि ग्रामीणो में बुनियादी विद्यालय में व्याप्त कुव्यवस्थाओं के प्रति गहरी नाराजगी है। इस संबंध में केशव टाईम्स द्वारा नावानगर बीईओ बशरूद्दीन अंसारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। जिस कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।