पुराना भोजपुर काली मंदिर के पास नाली निर्माण नहीं होने से लोगों ने न पके प्रति जताया आक्रोश, वादा खिलाफी का लगाया आरोप

डुमरांव नगर परिषद के विस्तारित क्षेत्र में शामिल पुराना भोजपुर में विकास कार्य ठप है। नगर परिषद में शामिल होने का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है।

पुराना भोजपुर काली मंदिर के पास नाली निर्माण नहीं होने से लोगों ने न पके प्रति जताया आक्रोश, वादा खिलाफी का लगाया आरोप

- नप की सुस्ती व वादा खिलाफी से नाराज मंदिर समिति के लोगों ने खुद किया नाली की सफाई

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव नगर परिषद के विस्तारित क्षेत्र में शामिल पुराना भोजपुर में विकास कार्य ठप है। नगर परिषद में शामिल होने का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है। जिस कारण उनमें नप प्रशासन के प्रति आक्रोश गहराने लगा है। पुराना भोजपुर चौक से पूरब आरा रोड में काली मंदिर के पास नाली निर्माण नहीं होने मंगलवार को ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए खुद पुराने नाली की सफाई कर जल निकासी कराया। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि नगर परिषद डुमरांव मनवाने कार्य कर रहा है

और जनता की मांगों को अनदेखी कर रहा है। मां काली मंदिर पूजा समिति से जुड़े सदस्यों ने पिछले कई महीनों से नगर परिषद से नाली की मरम्मत एवं सफाई कराने की मांग किया है, लेकिन नप के कार्यपालक पदाधिकारी एवं चेयरमैन प्रतिनिधि सिर्फ सांत्वना देकर चले गए। मंदिर समिति के सदस्य जयप्रकाश साह का कहना है कि हमने कई बार ईओ व चेयरमैन प्रतिनिधि  से मिलकर यहां की स्थिति का हाल बताया है

कि मंदिर के ठीक सामने मुख्य सड़क के किनारे जो पुराना नगर परिषद का नाली है वह पूरी तरह ध्वस्त हो गया है, जाम हो गया है जिसके कारण मंदिर परिसर से निकलने वाली नाली का गंदा पानी पीछे साइड से निज जमीन में गिराने का काम हम लोग कर रहे थे। जिस पर रोक लगाने के बाद हमने मंदिर के ठीक सामने मुख्य सड़क पर स्वयं अपने सदस्यों के सहयोग से नाली की  खुदाई व सफाई करने का काम किया।

तब चेयरमैन प्रतिनिधि यहां आकर कहे थे कि आप लोग ये मत कीजिए, यहां हम लोग नाली बनवा रहे हैं। लेकिन, डेढ़ महीने के बाद भी यहां आज तक नाली का कार्य नहीं हुआ। अन्य सदस्यों में वीर बहादुर, बैजू, अजय, पुनीत, अर्जुन, विनय इत्यादि सदस्यों ने नगर परिषद प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई है और कहा है कि सावन महीने में ही 13 अगस्त को इस मंदिर का वार्षिकोत्सव है।

जहां सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु महिला व पुरूष आएंगे। उन्हें नाली के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसी को देखते हुए खुद से सफाई का काम किया गया।