डुमरांव : अगलगी की घटनाओं में मशरूम फार्म हाउस समेत लाखों की संपति जली
केटी न्यूज/डुमरांव
रविवार को अनुमंडल के अलग अलग जगहों पर हुई अगलगी की घटनाओं में एक मशरूम फार्म हाउस समेत लाखों की संपति जल गई है। दो जगहों पर आग बुझाने के लिए फायर बिग्रेड को बुलाना पड़ा। जानकारी के अनुसार सबसे बड़ी घटना डुमरांव थाना क्षेत्र के नंदन गांव में हुई है। स्थानीय निवासी सह योग प्रशिक्षक सुनील साझी के मशरूम के फार्म हाउस में अगलगी से मशरूम उत्पादन के लिए बनाई गई 14 झोपड़ियां, एक हजार बैग मशरूम, डिलीवरी पाइप, पंखा, कुर्सी समेत फार्म हाउस के अन्य सामान जल गए है। जबतक लोग कुछ समझ पाते तथा आग पर काबू पाने का प्रयास करते तबतक पूरा फार्म हाउस धूं-धूं कर जल उठा था। बाद में पहुंची फायर वाहन ने इस पर काबू पाया। अगलगी की यह घटना दोपहर 12.30 बजे हुई। बताया जाता है कि फार्म हाउस के बगल में एक खेत में सरसों का डंठल रखा गया था। किसी शरारती तत्व ने उस डंठल में आग लगा दी। तेज पछिया हवा के कारण डंठल की चिंगारी से फार्म हाउस में आग पकड़ लिया। बता दें कि इस फार्म हाउस का उदघाटन बड़े ही तामझाम के साथ तत्कालीन डीएम ने किया गया था।
जानकारों का कहना है कि प्रत्येक झोपड़ी की कीमत 40 हजार रूपए थी। जबकि इस घटना में जले मशरूम तथा अन्य सामान भी लाखों रूपए मूल्य के थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस घटना में आठ से दस लाख की संपति जल गई है। पीड़ित ने अंचल कार्यालय में इस घटना की लिखित जानकारी दी है। इसके पहले कोरानसराय थाना क्षेत्र के मुंगाव बैजू बाबा डेरा गांव के अनुज यादव, मंगरू यादव व गोविंद यादव की झोपड़िया भी आग की भेंट चढ़ गई है। जानकारी के अनुसार इस घटना में अनुज यादव का 30 हजार नगद समेत करीब दो लाख की संपति जली है। जबकि मंगरू व गोविंद को भी लाखों रूपए का नुकसान पहुंचा है। घटना की सूचना पर पहुंची फायर वाहन ने आग पर काबू पा इसे अन्य घरों में फैलने से बचा लिया। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार काफी मायूश है। तीसरी घटना डुमरांव थाना क्षेत्र के नेनुआ अनुसूचित जाति बस्ती की है। यहा संतोष राम की झोपड़ी में आग लगने से करीब 10 हजार की संपति जली है। एक ही दिन हुई अगलगी की तीन घटनाओं से लोगों में भय बना हुआ है। बता दें कि पछिया हवा के कारण चिंगारी भी आग के शोलों में तब्दील हो जा रही है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से तेज पछिया हवा चल रही है। जिस कारण अगलगी की घटनाओं में बेतहासा वृद्धि हुई है।