खराब हुआ डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल का ईसीजी मशीन, डीएस ने 24 घंटे में बनवाने के दिए निर्देश

डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल का ईसीजी मशीन एक बार फिर से खराब हो गया है। इसकी जानकारी मिलते ही डीएस डॉ. गिरीश कुमार सिंह ने संबंधित तकनीशियन को फटकार लगाई तथा 24 घंटे के अंदर इसका मरम्मत कराने का निर्देश दिया।

खराब हुआ डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल का ईसीजी मशीन, डीएस ने 24 घंटे में बनवाने के दिए निर्देश

- बोले डीएस लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त, मरीजों का करना है गुणवत्तापूर्ण इलाज

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल का ईसीजी मशीन एक बार फिर से खराब हो गया है। इसकी जानकारी मिलते ही डीएस डॉ. गिरीश कुमार सिंह ने संबंधित तकनीशियन को फटकार लगाई तथा 24 घंटे के अंदर इसका मरम्मत कराने का निर्देश दिया।

डीएस ने कहा कि अस्पताल में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिससे मरीजों का गुणवत्तापूर्ण इलाज बाधित हो। उन्होंने ईसीजी के अलावे अन्य खराब पडे़ उपकरणों की सूची तलब की है, ताकी उनका मरम्मत शीघ्र करवाया जा सकें। बता दें कि डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल का ईसीजी मशीन बार-बार खराब हो जाता है, जिससे मरीजों तथा उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मशीन खराब होने पर मरीजों को निजी अस्पतालों में आर्थिक दोहन कराने को मजबूर होना पड़ता है।

मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा था, ईसीजी मशीन खराब होने से पूरे दिन इसका लाभ नहीं मिल सका, जिससे कई मरीजों को बिना जांच कराए बैरंग लौटना पड़ा। इसकी जानकारी मिलते ही डीएस नाराज हो गए, उन्होंने तत्काल ईसीजी तकनीशियन टीम को बुला कड़ी फटकार लगाई और 24 घंटे के भीतर मशीन को दुरुस्त कराने का निर्देश दिया। उपाधीक्षक ने कहा कि यह बेहद गंभीर लापरवाही है। मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए ईसीजी जैसी महत्वपूर्ण जांच सेवा का सुचारु रूप से चलना जरूरी है, लेकिन मशीन के बार-बार खराब होने से अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। 

पूर्व में आई खराबी पर मरम्मत के लिए पटना भेजा गया था मशीन

जानकारी के अनुसार अनुमंडलीय अस्पताल के ईसीजी मशीन में लंबे समय से तकनीकी खराबी की शिकायते मिल रही है। इससे परेशान डीएस ने पिछले दिनों ईसीजी मशीन में आई तकनीकी गड़बड़ी को दूर कराने के लिए पटना भेजा था, लेकिन  पटना में मरम्मत के बाद अस्पताल लाए जाने के कुछ दिन बाद ही यह मशीन फिर से खराब हो गया। जिससे कई सवाल खड़े हो रहे है।

एक तरफ मशीन की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहा तो दूसरी तरफ तकनीशियन टीम की नियति भी सवालों के घेर में आ गई  है कि आखिर बार बार यह मशीन क्यों खराब हो रही है। कही उसके रख रखाव में तो लापरवाही नहीं बरती जा रही है या फिर जानबूझकर इसे खराब तो नहीं किया जा रहा है। बहरहाल डीएस के तेवर के बाद अब इस बात की उम्मीद जगी है कि अस्पताल में मरीजों की जांच के लिए महत्वपूर्ण संसाधन अब खराब भी होंगे तो उनकी मरम्मत शीघ्र करवा ली जाएगी।

अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्था की समीक्षा की

ईसीजी मशीन की खराबी की जानकारी मिलने के बाद से डीएस काफी सख्त हो गए थे। उन्होंने तत्काल ईसीजी कक्ष के अलावे पूरे अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया तथा अन्य व्यवस्थाओं की भी गहन समीक्षा की। उन्होंने ओपीडी में मरीजों की उपस्थिति, डॉक्टरों की तैनाती, दवा वितरण व्यवस्था और अन्य सेवाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई कमियों की ओर संकेत किया और संबंधित कर्मियों को जिम्मेदारी के साथ कार्य करने की सख्त हिदायत दी।

अस्पताल उपाधीक्षक ने कहा कि अस्पताल में आ रहे मरीजों को चिकित्सा सेवा का परस्पर लाभ मिले यही अनुमंडलीय अस्पताल की प्राथमिकता होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की शिकायत या किसी भी प्रकार की कोताही पर सख्त कार्रवाई करेंगे। बहरहाल उपाधीक्षक के सख्त लहजे से अस्पताल में लापरवाही करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।

बयान

अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा का लाभ मरीजों मिले, यही हमारी प्राथमिकता है। किसी भी सूरत में किसी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो लापरवाह होंगे उनपर कारवाई करेंगे। - डॉ गिरीश कुमार सिंह, उपाधीक्षक, अनुमंडलीय अस्पताल, डुमरांव