डुमरांव में ई-रिक्शा चालक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, जांच में जुुटी पुलिस

डुमरांव के एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। उसका शव हरियाणा फार्म के पीछे बने नर्सिंग कॉलेज के ठीक सामने स्थित पुलिया के नीचे डुमरांव राजवाहा मार्ग में पड़ा था। मृतक ई-रिक्शा चलाता था। सोमवार की शाम से ही वह अपने घर से गायब था, मंगलवार को दोपहर बाद उसका शव मिला। इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच जांच पड़ताल में जुट गई है।

डुमरांव में ई-रिक्शा चालक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, जांच में जुुटी पुलिस

- नर्सिंग कॉलेज के ठीक सामने पुलिया के नीचे पड़ा था शव, स्वजनों में छाया मातम

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव के एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। उसका शव हरियाणा फार्म के पीछे बने नर्सिंग कॉलेज के ठीक सामने स्थित पुलिया के नीचे डुमरांव राजवाहा मार्ग में पड़ा था। मृतक ई-रिक्शा चलाता था। सोमवार की शाम से ही वह अपने घर से गायब था, मंगलवार को दोपहर बाद उसका शव मिला। इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच जांच पड़ताल में जुट गई है।

मृतक की पहचान स्थानीय नगर के निमेज टोला मोहल्ला निवासी स्व. श्री प्रसाद वर्मा के 25 वर्षीय पुत्र कन्हैया वर्मा के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार वह सोमवार की शाम अपने एक दोस्त के साथ टहलते हुए बंझू डेरा की तरफ गया था, लेकिन लौट कर घर नहीं आया। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटा तो स्वजन संभावित जगहों पर उसकी तलाश करने लगे, लेकिन कही भी उसका पता नहीं चला।

तलाश में निकले छोटे भाई की पड़ी नजर

मंगलवार को भी उसका छोटा भाई मोहन वर्मा उसकी तलाश में निकला था। इस दौरान वह जैसे ही नर्सिं कॉलेज के पास पहुंचा कि पुल पर उसके भाई के एक पैर का चप्पल दिखाई पड़ा, इसके बाद वह नजदीक जाकर देखा तो उसका भाई मृत अवस्था में पुल से नीचे पड़ा था। मोहन ने ही फोन कर स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत, अपर थानाध्यक्ष संजीत कुमार शर्मा, पीएसआई विपीन कुमार सदल बल मौके पर पहुंचे तथा मामले की जांच में जुट गए।

हालांकि, उसके भाई ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है, वहीं पुलिस भी प्रथम दृष्टया इसे दुर्घटना मान रही है। थानाध्यक्ष ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। 

पिछले साल हुई थी पिता की मौत

मृतक तीन भाईयों में दूसरे नंबर पर था। बड़ा भाई संतोष वर्मा परदेश में नौकरी करता है जबकि वह तथा उसका छोटा भाई डुमरांव में ही रहता था। पिछले साल अगस्त महीने में ही उसके पिता की मौत हुई थी। पिता की मौत के सदमे से परिवार अभी उबरा भी नहीं था कि कन्हैया की मौत ने उनके जख्मों को और गहरा कर दिया है। बहरहाल जांच के बाद ही इस बात का पता चल सकेगा कि उसकी मौत कैसे हुई है।