घटना के 24 घंटे बाद भी मुख्य आरोपियों के गिरफ्तार नहीं होने से दहशत में है मृतक के परिजन

जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में शनिवार की सुबह ट्रिपल मर्डर की घटना के 36 घंटे बाद भी मुख्य आरोपित मनोज यादव व संतोष यादव को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जिससे पीड़ित परिवारों के अलावे ग्रामीणों में फिर हिंसक घटना का भय सता रहा है।

घटना के 24 घंटे बाद भी मुख्य आरोपियों के गिरफ्तार नहीं होने से दहशत में है मृतक के परिजन

- परिजनों व ग्रामीणों का सता रहा है डर, राजनीतिक रसूख व मनबढ़ू किस्म के है आरोपित, दूसरे दिन भी एसपी व डीएसपी ने पहुंचे अहियापुर

केटी न्यूज/बक्सर

जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में शनिवार की सुबह ट्रिपल मर्डर की घटना के 36 घंटे बाद भी मुख्य आरोपित मनोज यादव व संतोष यादव को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जिससे पीड़ित परिवारों के अलावे ग्रामीणों में फिर हिंसक घटना का भय सता रहा है। 

पीड़ित परिजनों का कहना है कि दोनों मुख्य आरोपी इलाके में मनबढ़ू व अपराधिक प्रवृति के है। पूर्व में भी उनपर कई संगीन मामले दर्ज है, जो उनके अपराधिक इतिहास को प्रमाणित करती है। वहीं, उनकी तस्वीरे भी कई राजनेताओं के साथ वायरल हो रही है, जो यह बता रहा कि उनका राजनीतिक रसूख कितना बड़ा है। पीड़ितो का कहना है कि यदि आरोपित शीघ्र गिरफ्तार नहीं हुए तो फिर से हिंसा फैला सकते है।

उनके डर से पीड़ित परिवार को घर से निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं, ग्रामीण भी डरे सहमे हुए है। आलम यह था कि रविवार को भी गांव में मातमी सन्नाटा पसरा रहा। अधिकांश लोग घरों में दुबके रहे। शनिवार की घटना के बाद ग्रामीण अभी तक सामान्य नहीं हो पाए है। ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि तिहरे हत्याकांड के बाद से ग्रामीणों में भय का माहौल है। हालांकि, दूसरे दिन भी इस गांव में पुलिस की मुश्तैदी रही, बावजूद लोगों का डर कम नहीं हो रहा था।

घटना के बाद से सामान्य नहीं हो पाया है पीड़ित परिवार

इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार सामान्य नहीं हो पाया है। रविवार को भी पूरे दिन मृतक सुनील सिंह, विनोद सिंह व बीरेन्द्र सिंह के घर से रोने-सिसकने की आवाजे आती रही। महिलाओं के क्रंदन-चित्कार से माहौल गमगीन रहा तथा पीड़ित परिवारों के अलावे पूरे मोहल्ले में चूल्हा नहीं जला। उधर दूसरी तरफ आरोपितों के घर भी वीरानी छाई रही। सभी पुलिस के डर से फरार हो गए है। वहीं, गांव में पुलिस के वाहन लगातार गश्त कर रहे है। पुलिस के गश्त लगाने व वाहनों के सायरन से सन्नाटा छंट जरूर रहा है, लेकिन सायरन की आवाज थमते ही फिर सिसकिया सुनाई पड़ने लग रही है।

रविवार को पूरे दिन मृतकों के घर मातमपूर्सी करने वालों की भीड़ लगी रही। नाते-रिश्तेदार व दोस्त घर आकर पीड़ितों को सांत्वना दे रहे थे, लेकिन सांत्वना का एक भी मरहम उनके जख्मों को भर नहीं पा रहा था। सबसे खराब स्थिति मृतक बीरेन्द्र सिंह के मासूम बच्चों का था। वे पहले ही अपनी मां को खो चुके थे। उनकी परवरिश सिर्फ पिता ही कर रहे थे, लेकिन हत्यारों ने उनके पिता की हत्या भी कर दी है। जिससे मृतक की बेटी व बेटा दोनों अनाथ हो गए है।

रविवार को पूरे दिन दोनों रोते रहे। इस दौरान उन्हें चुप कराने का प्रयास करने वाले खुद रो पड़ रहे थे। दोनों रोते हुए सिर्फ यही कह रहे थे कि अब केकरा सहारे जियब जा एक दादा..., मासूमों की चिख सुन बरबस ही लोगों की आंखे नम हो जा रही थी। 

अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए हो रही है छापेमारी

इस घटना को पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही पुलिस की विशेष टीम अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इस दौरान पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार भी कर लिया है। जबकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक नाबालिग से भी पूछताछ हो रही है। वहीं, जानकारों का कहना है

कि मुख्य आरोपित मनोज यादव संतोष यादव के साथ उसके कई गुर्गे घटना को अंजाम देने के बाद यूपी भाग गए है। गौरतलब हो कि इस घटना के बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने सदर डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया है। यह टीम घटना के बाद से ही संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। 

एसपी व डीएसपी ने लिया घटना स्थल का जायजा

रविवार को भी बक्सर एसपी शुभम आर्य व सदर डीएसपी धीरज कुमार राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव पहुंचे। एसपी ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली तथा उन्हें आश्वस्त किया कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वालों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। इस दौरान पीड़ित परिजनों ने भी एसपी से

खुलकर अपनी बात रखी और कहा कि मनोज व संतोष यादव की गिरफ्तारी नहीं होने से उन्हें डर सता रहा है। हालांकि, एसपी ने उन्हें सुरक्षा को लेकर आश्वत किया और कहा कि उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है। संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, उन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।