बिना पैमाइश के की जा रही पाइपलाइन खुदाई से किसानों में आक्रोश, 11 बिंदुओं पर समाधान की मांग
चौसा में बन रहे 1320 मेगावाट बिजली संयंत्र परियोजना के निर्माण कंपनी एसटीपीएल व सहायक एलएंडटी कंपनी द्वारा बगैर विधिवत पैमाइश के कराए बगैर एमयूडब्लू पाइपलाइन बिछाने का कार्य करने पर स्थानीय किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

केटी न्यूज/बक्सर
चौसा में बन रहे 1320 मेगावाट बिजली संयंत्र परियोजना के निर्माण कंपनी एसटीपीएल व सहायक एलएंडटी कंपनी द्वारा बगैर विधिवत पैमाइश के कराए बगैर एमयूडब्लू पाइपलाइन बिछाने का कार्य करने पर स्थानीय किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
जिसको लेकर गुरुवार को बनारपुर पंचायत भवन पर प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा के बैनर तले शैलेश राय की अध्यक्षता , डा विजय नारायण राय के संचालन में बैठक की गई। जिसमें मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह एवं बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह रहे।
इस बैठक में किसानों ने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना, सहमति या कानूनी प्रक्रिया के, ठेकेदारों व पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से जबरन खुदाई की जा रही है। पिछले 10 मई को अधिकारियों द्वारा भूमि का सीमांकन का आदेश दिए जाने के बावजूद, किसानों की उपस्थिति के बिना कार्य जारी रहा। इससे जुड़ी 11 अहम बिंदुओं पर किसानों ने संबंधित विभागों से जवाब मांगा है।
प्रमुख मांगों में एसटीपीएल व एलएंडटी को अनुमति देने की प्रक्रिया, राजस्व स्वीकृति, भूमि अधिग्रहण व मुआवजा भुगतान, किसानों की सहमति, कार्य में तैनात दंडाधिकारी की नियुक्ति, और जल निकासी की वैकल्पिक योजना शामिल है। किसानों का यह भी कहना है कि कंपनी द्वारा इस्तेमाल नक्शा गैर-मान्य है, और अधिग्रहण के बिना कार्य अवैध है।
इस मामले में पारदर्शिता लाने और किसानों की आशंकाओं का समाधान करने हेतु जिलाधिकारी से हस्तक्षेप की मांग की गई है। इसकी प्रतिलिपि आरक्षी अधीक्षक, भूमि सुधार उप समाहर्ता, एनजीटी सहित नौ अन्य विभागों को भेजी गई है।
मौके पर प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा के अध्यक्ष राम प्रवेश यादव, नन्द कुमार राम, नन्दलाल सिंह, शिवदयाल सिंह के अलावा सैकड़ों किसान शामिल रहे।