पिता डुमरांव राज परिवार की गौशाला में करते थे मजदूरी बेटी अनु ने रचा इतिहास, भारत को बना टी-20 क्रिकेट विश्व विजेता
सिमरी प्रखंड के मुकुंदपुर गांव की बेटी अनु कुमारी ने भारतीय नेत्रहीन महिला क्रिकेट टीम में शानदार प्रदर्शन कर देश के साथ पूरे बक्सर जिले का मान बढ़ाया है। बीते बुधवार को भारत ने नेपाल को फाइनल में 7 विकेट से हराकर पहला नेत्रहीन महिला टी-20 विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया।

-- नेत्रहीन महिला टी-20 विश्व कप में अनु का शानदार प्रदर्शन, गांव में जश्न
केटी न्यूज/सिमरी
सिमरी प्रखंड के मुकुंदपुर गांव की बेटी अनु कुमारी ने भारतीय नेत्रहीन महिला क्रिकेट टीम में शानदार प्रदर्शन कर देश के साथ पूरे बक्सर जिले का मान बढ़ाया है। बीते बुधवार को भारत ने नेपाल को फाइनल में 7 विकेट से हराकर पहला नेत्रहीन महिला टी-20 विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया। टीम की इस ऐतिहासिक उपलब्धि में अनु की भूमिका महत्वपूर्ण रही। विश्व कप खिताब जीतने के बाद भारतीय टीम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का अवसर मिला।


खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित इस मुलाकात से टीम का मनोबल और ऊंचा हुआ। जैसे ही अनु की उपलब्धि की खबर मुकुंदपुर गांव पहुंची, पूरा इलाका खुशी से झूम उठा। गांव में मिठाइयां बांटी गईं, ढोल-नगाड़े बजे और लोगों ने अपनी बेटी की सफलता पर गर्व व्यक्त किया। अनु कुमारी, सोहन चौधरी की पुत्री हैं। उनके पिता डुमरांव राज परिवार की गौशाला में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों के बीच पली-बढ़ी अनु ने मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प के दम पर यह मुकाम हासिल किया है।


पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी अनु ने संघर्षों को पीछे छोड़कर देश के लिए स्वर्णिम इतिहास रचा। गांव के लोगों का कहना है कि अनु की सफलता ने पूरे जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर चमका दिया है। स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई है कि सरकार एवं खेल विभाग अनु को सम्मानित करेंगे, ताकि वह आगे भी देश का गौरव बढ़ाती रहें। अनु की विजयगाथा बक्सर ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
