हाथी दांत की तस्करी के आरोप में पांच गिरफ्तार, दो हाथी दांत बरामद
स्थानीय थाना क्षेत्र के देवकुली गांव से वन विभाग व स्थानीय पुलिस की टीम ने हाथी दांत के तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है।
- गुप्त सूचना पर वन विभाग व ब्रह्मपुर पुलिस ने देवकुली गांव में की थी छापेमारी, अवैध तरीके से हाथी दांत की हो रही थी खरीद बिक्री
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
स्थानीय थाना क्षेत्र के देवकुली गांव से वन विभाग व स्थानीय पुलिस की टीम ने हाथी दांत के तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 23 किलो वजन के हाथी के दो दांत भी मिले है, जिसका बाजार मूल्य लाखों रूपए आंका जा रहा है। तस्करों के पूछताछ के बाद पुलिस इस खेल में शामिल अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार देवकुली गांव निवासी अशोक कुमार ओझा हाथी पालते है। जानकारों का कहना है कि कोरोना काल में उनकी एक हाथी मर गई थी। अशोक उस मृत हाथी के दोनों दांतों की अवैध तरीके से बिक्री करना चाहता था। इसके लिए उसके घर बेगुसराय निवासी गनपत साह, भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी मनोज कुमार पांडेय, रोहतास जिले के काराकाट के पारसनाथ राम तथा रोहतास के ही बिगहा थाना क्षेेत्र के तिरासी गांव निवासी धनंजय प्रसाद आए थे। अभी खरीद-बिक्री की बात चल ही रही थी कि अचानक वन विभाग व ब्रह्मपुर थाने की टीम मौके पर पहुंच पांचों को गिरफ्तार कर ली। पुलिस ने अशोक ओझा के घर से हाथी के दो दांत भी बरामद कर लिए, जिसकी अवैध तरीके से बिक्री की जाने वाली थी।
बता दें कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत देश में हाथी दांत की खरीद-बिक्री पर पूरी तरह से रोक है। हाथी दांत की तस्करी करने वालों पर भारी जुर्माना के साथ ही सात साल तक के जेल का प्रावधान भी है।
इस मामले की जांच वन विभाग की टीम कर रही है। बताया जाता है कि वन विभाग की टीम को ही गुप्त सूचना मिल थी कि देवकुली गांव में हाथी दांत की तस्करी हो रही है। इस सूचना पर तत्काल वन विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की थी। जहां, मौके से दो हाथी दांत के साथ पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया।