बहन की शादी के नाम पर चार लाख रूपया ले फरार हुआ जालसाज, दो साल में नहीं खोज पाई डुमरांव पुलिस
- मानवता के नाते दिया था रूपया, मांगने पर जालसाज के घरवाले फंसाने की देते है धमकी
केटी न्यूज/डुमरांव
सहृदय लोग मानवता वश किसी की मदद कर देते है। लेकिन कभी कभी यह मदद भी उनके लिए गले की फांस बन जाती है। कुछ ऐसा ही नगर के स्टेशन रोड स्थित लालगंज कड़वी निवासी व सामाजिक कार्यकर्ता अमरेन्द्र तिवारी के साथ हुई है। डुमरांव के एक जालसाज ने बहन की शादी का हवाला दे उनसे चार लाख रूपए उधार ले लिया। बजाप्ते स्टांप पेपर पर कागज भी बने। लेकिन दो महीना में पैसा लौटाने का भरोसा दे मदद लेना वाला अब अपने पत्नी तथा बच्चों संग फरार हो गया है। पैसा मांगने पर उसके अन्य परिजन केस में फंसाने की धमकी देते है। थक हारकर अमरेन्द्र ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराया। लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बाद पिछले दो साल में डुमरांव पुलिस उसे खोज नहीं सकी है। बताया जाता है कि अमरेन्द्र तिवारी ने अपने मित्र आशीष वर्मा के कहने पर स्टेशन रोड के बस स्टैंड के पास रहने वाले असलम अंसारी पिता मो इजराईल अंसारी को 24 जुलाई 2019 को बहन की शादी के लिए चार लाख रूपए दिए थे।
तब असलम ने दो महीना में ही पैसा लौटाने का आश्वासन दिया था और स्टांप पेपर पर इसकी लिखा पढ़ी भी हुई थी। उस वक्त वह बस स्टैंड के पास ही मुन्ना रेडिमेड नामक कपड़े की दुकान का संचालन करता था। करीब दो साल तक जब वह पैसा नहीं लौटाया और आनाकानी करने लगा तब अमरेन्द्र तिवारी ने उस पर अपने पैसों के लिए दबाव बनया तो वह बैंक ऑफ इंडिया का एक चेक उन्हें दे लौटा दिया। लेकिन जब उन्होंने इस चेक को जमा किया तो पता चला कि उसके खातें पैसा ही नहीं है और चेक बाउंस हो गया।
तब अमरेन्द्र ने 9 जून 2021 को चेक बाउंस का केस किया। इसकी जानकारी मिलते ही असलम अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फरार हो गया है। अमरेन्द्र की मानें तो एक बार वे आशीष के साथ सके घर भी गए। लेकिन उल्टे उसके घर वाले फंसाने की धमकी देने लगे। इधर अपने पैसों के लिए अमरेन्द्र कई बार पुलिस व कचहरी का चक्कर लगा थक चुके है। जानकारों का कहना है कि अमरेन्द्र के साथ ही वह कई अन्य लोगों का पैसा लेकर भागा है। पुलिस की उदासीनता से उसे पकड़ा नहीं जा सका है। जिससे पीड़ित की चिंता बढ़ते जा रही है।