अपराध कर्म में साथ नहीं देने पर दोस्तों ने मार दी गोली, दो गिरफ्तार

अपराध कर्म में साथ नहीं देने पर दोस्तों ने मार दी गोली, दो गिरफ्तार

- शक के आधार पर पूछताछ के लिए दोस्तों को हिरासत में लिया, स्वीकर किया जुर्म

केटी न्यूज/आरा

जिले के संदेश थाना अंतर्गत कोरी गांव में पिछले दिनों रामासाढ़ गांव निवासी किशोर को गोली मारे जाने की घटना का पुलिस ने‌ राज खोल दिया। आपराधिक गतिविधियों में साथ देने से मना करने पर किशोर के दो दोस्तों ने ही उसे गोली मारी थी। मामले में पुलिस ने उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। उनमें संदेश थाना क्षेत्र के कोरी भरांव गांव निवासी विक्रमा सिंह का बेटा कृष्णा यादव और चंदेश्वर सिंह का बेटा धनजीत यादव उर्फ धनजी यादव‌ शामिल हैं। दोनों ने घटना में शामिल होने की बात भी स्वीकार की है।

एसपी प्रमोद कुमार ने सोमवार को प्रेस बयान जारी कर दोनों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 12 अप्रैल को गोली मारे जाने की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। तब पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गयी। जख्मी के परिजनों की ओर से कोई आवेदन भी थाने में नहीं दिया गया था। उसके बावजूद घटना की छानबीन और बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर एएसपी चंद्र प्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित की गयी। टीम ने तकनीकी सूत्र और लोकल इनपुट के आधार पर घटना में शामिल किशोर के दोस्तों की पहचान की गयी। उसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसमें घटना का खुलासा हो गया। 

मोबाइल छीनतई के दौरान गोली मारने का लगाया था आरोप 

रामासाढ़ निवासी जैनुद्दीन के जन्नत हुसैन (17 वर्षीय) को 12 अप्रैल की दोपहर गोली लगी थी। सदर अस्पताल में इलाज के बाद उसे पटना रेफर किया गया था। घटना के बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे जन्नत हुसैन ने बताया था कि मोबाइल छीनने का विरोध करने पर एक अपाची बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मारी थी। वहीं, संदेश थानाध्यक्ष ने बताया कि जख्मी और उसके परिजनों की ओर से केस करने से परहेज किया जा रहा था। उससे घटना पर कुछ संदेह हो रहा था। उसे देखते हुए एसपी के आदेश पर अपने स्तर से छानबीन शुरू की गयी। उसी क्रम में शक के आधार पर उसके दोनों दोस्तों को उठाया गया। पूछताछ में दोनों ने पूरी घटना स्वीकार कर ली। उसके बाद तीनों के अभिभावकों को भी भी थाने बुलाया गया और पूरी घटना की जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में कहा गया है कि उसके दोनों दोस्त अपने घर ले जाकर आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का दबाव दे रहे थे। उसने मना किया तो दोस्तो द्वारा उसे गोली मार दी गयी।