प्रतिनियुक्ति का खेल : नियम विरूद्ध सदर एसडीओ कार्यालय में जमा है क्लर्क अशोक कुमार चौबे, कार्यालय के खास है संविदा पर कार्यरत लिपिक
सदर एसडीओ कार्यालय में एक ओर जहां चपरासी बड़ा बाबू बनकर बैठा है। वहीं दूसरी ओर रिटायर हो चुके क्लर्क अशोक कुमार चौबे जिसकी पोस्टिंग राजपुर प्रखंड में थी। वह राजपुर प्रखंड कार्यालय में न रहकर सदर अनुमंडल कार्यालय में जमें हैं। अनुबंध समाप्त होन के बजाये सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा ने प्रतिवेदन डीएम कार्यालय को भेज दिया है। डीएम कार्यालय ने राजपुर के बीडीओ के प्रतिवेदन की मांग कर दी है। ऐसे में सवाल खड़ा हो गया है कि अशोक कुमार चौबे के पक्ष में सदर एसडीओ क्यों खड़े है।
- राजपुर बीडीओ के बजाए एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा ने संविदा विस्तार के लिए भेजा प्रतिवेदन
केटी न्यूज /बक्सर।
सदर एसडीओ कार्यालय में एक ओर जहां चपरासी बड़ा बाबू बनकर बैठा है। वहीं दूसरी ओर रिटायर हो चुके क्लर्क अशोक कुमार चौबे जिसकी पोस्टिंग राजपुर प्रखंड में थी। वह राजपुर प्रखंड कार्यालय में न रहकर सदर अनुमंडल कार्यालय में जमें हैं। अनुबंध समाप्त होन के बजाये सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा ने प्रतिवेदन डीएम कार्यालय को भेज दिया है। डीएम कार्यालय ने राजपुर के बीडीओ के प्रतिवेदन की मांग कर दी है। ऐसे में सवाल खड़ा हो गया है कि अशोक कुमार चौबे के पक्ष में सदर एसडीओ क्यों खड़े है। इनके पीछे इनकी मंशा क्या है। वहीं दूसरी ओर अशोक चौबे के विरूद्ध कार्य शैली व मनमानी तथा लेने-देने के बारे में कई लोगों ने जिलापदाधिकारी को आवेदन दिया है। जिसकी जांच चल रही है।
रिटायर हो चुके है अशोक चौबे -
अशोक कुमार चैबे सेवानिवृत हो चुके है। इसके बाद इन्होंने अनुबंध के आधार पर नौकरी के लिए डीएम को आवेदन दिया था। उन्हें अनुबंध पर नौकरी पर रखा गया। हालांकि उन्हें राजपुर प्रखंड में लिपिक के पद पर रखा गया। परंतु उन्हें सरकारी खामियों व अपनी सेटिंग का फायदा उठाते हुए अनुमंडल कार्यालय में जम गए। एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा ने उन्हें निर्वाचन सहित आपूर्ति का भी प्रभार दें दिया। इसके बाद अशोक कुमार चौबे अपनी धाक जमाये बैठे है।
एसडीओ ने भेजा प्रतिवेदनः-अशोक कुमार चौबे का संविदा विस्तार की अवधी समाप्त होने वाली थी। संविदा की अवधी विस्तार के लिए एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा ने अपने कार्यालय पत्रांक-524/स्था0, दिनांक-06/12/24 के माध्यम से जिला स्थापना शाखा को पत्र निर्गत किया। जिला स्थापना शाखा प्रभारी ने अलामा मुख्तार ने अपने कार्यालय पत्रांक-01-2581/स्था0, बक्सर, दिनांक-31/12/24 के माध्यम से राजपुर बीडीओ को पत्र निर्गत किया। पत्र में इस बात का उल्लेख है कि अशोक कुमार चौबे , संविदा विस्तार लिपिक का पदस्थापना इस कार्यालय के आदेश ज्ञापांक-01-1208, दिनांक-28/06/23 के माध्यम से राजपुर प्रखंड में किया गया है। संविदा अवधि विस्तार का प्रस्ताव अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर से प्राप्त कराया गया है। अतः अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर से प्राप्त अशोक कुमार चैबे सेवानिवृति लिपिक प्रखंड कार्यालय राजपुर में संविदा विस्तार का प्रस्ताव मूल में संलग्न करते हुए निदेशित किया जाता है कि अपना मंतव्य सहित प्रस्ताव उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
क्या कहते है बीडीओ:- इस संबंध में राजपुर बीडीओ सिद्धार्थ कुमार से संपर्क स्थापित किया गया। उन्होंने इस संबंध में बताया कि अशोक कुमार चौबे की संविदा राजपुर प्रखंड कार्यालय में है। परंतु वह अनुमंडल कार्यालय में कार्य करते है। वह उनकी कार्य प्रणाली के बारे में अवगत नहीं है। इस कारण उन्होंने कोई भी प्रतिवेदन सदर एसडीओ कार्यालय या जिला में नहीं भेजा है। वहीं अब सवाल खड़ा हो रहा है कि जब राजपुर बीडीओ ने प्रस्ताव नहीं भेजा। लगातार मनमानी व पैसे के लेने का आरोप अशोक कुमार चौबे पर लग रहा है। तब किस आधार पर सदर एसडीओ संविदा विस्तार के लिए प्रयासरत है। हालांकि यह सब जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेंगा।