बिजली के नाम पर अवैध वसूली बन्द करे सरकार - अखिलेश सिंह

बिजली के नाम पर अवैध वसूली बन्द करे सरकार - अखिलेश सिंह

- बिजली बिल की बढ़ती दर के खिलाफ लोजपा ने दिया धरना

केटी न्यूज/बक्सर/केसठ

बिहार में बढ़ी बिजली दर के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के बैनर तले जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया गया। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह ने किया। धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार की बिजली दर सबसे अधिक है। जिससे आम आवाम, किसान और मजदूर परेशान हैं। उनके मांग पत्र में बिजली के दामों में 30 प्रतिशत कटौती करने, बीपीएल परिवार को प्रतिमाह 150 यूनिट बिजली मुफ्त देने एवं बिजली बिल में गड़बड़ी की शिकायत को दूर करने सहित 17 अन्य मांग सरकार से किया गया। धरना कार्यक्रम में जिला युवा महासचिव जितेंद्र पासवान, प्रखंड संसदीय बोर्ड अध्यक्ष चंदन दुबे, प्रखंड छात्र संघ अध्यक्ष विकास पासवान, आईटी सेल अंकित पासवान, किसान प्रकोष्ठ राजधान पासवान, रितेश पाल, शिवजी पासवान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता सामिल थे।

बिजली के नाम पर अवैध वसूली बन्द करे सरकार-अखिलेश सिंह

लोजपा रामविलास के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार सरकार बिजली के नाम पर अवैध वसूली बन्द करे। साथ ही स्मार्ट मीटर के नाम पर रीडिंग सर्टिफिकेट लगे बिजली का बिल 30 प्रतिशत माफ हो। प्रत्येक बीपीएल परिवार को 150 यूनिट बिजली मुफ्त मिले। जनता के गलत नीतियों से समाज का सभी वर्ग के लोग त्रस्त हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान के तरफ बिहार की जनता आशा भरी नजर से देख रही है। बिहार में आज गूंगी-बहरी सरकार चल रही है। जिसे जनता के दुख दर्द से कोई मतलब नहीं है।

निरंकुश सरकार से है त्रस्त जनता - राजू रंजन

धरना को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश महासचिव सह जिला प्रभारी राजू रंजन उर्फ सोनू ने कहा कि बिहार की जनता बेलगाम निरंकुश सरकार से निजात पाने के लिए आशा भरी निगाहों से सिर्फ और सिर्फ एक नेता की ओर देख रही है। जो निस्वार्थ भाव से निडरता पूर्वक बिहार की जनता की समस्याओं का उजागर करना एवं बिहार सरकार को आइना दिखाने का काम करते रहे हैं।

वह कोई और नहीं बल्कि युवा सोच वाले व्यक्ति चिराग पासवान है। साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे देश से बिहार मे बिजली महंगी है। धरना के पश्चात कार्यकर्ताओं ने प्रखंड विकास पदाधिकारी मिथिलेश बिहारी वर्मा को 17 सूत्री मांग पत्र सौंपा।