महाकालेश्वर मंदिर रघुनाथपुर में हुआ पारंपरिक फगुआ गायन के बीच होली मिलन समारोह
प्रखंड अंतर्गत रघुनाथपुर तुलसी स्थान स्थित महाकालेश्वर मंदिर में रंगभरी एकादशी के अवसर पर पारंपरिक फगुआ गायन एवं होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया।

- रंगभरी एकादशी पर महाकाल का हुआ भव्य श्रृंगार एवं भस्म आरती
- सुमिरै शिवशंकर और हनुमत लेके अबीर जैसे परंपरागत गीतो पर खूब झूमे ग्रामीण
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
प्रखंड अंतर्गत रघुनाथपुर तुलसी स्थान स्थित महाकालेश्वर मंदिर में रंगभरी एकादशी के अवसर पर पारंपरिक फगुआ गायन एवं होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
आयोजन समिति से जुड़े राजू मिश्रा एवं शैलेश ओझा ने बताया कि रंगभरी एकादशी का संबंध होली महोत्सव से भी है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान शिव ने माता पार्वती के साथ होली खेली थी। इसलिए इसे होली से पहले भक्तिभाव से मनाया जाता है।
आयोजन के लिए ग्रामीणों ने कई दिन पूर्व से ही तैयारी शुरू कर दी थी। सर्वप्रथम महाकाल को दूध, दही घी, मधु आदि से स्नान करा कर स्थानीय कलाकार रवि कुमार द्वारा उनका भव्य श्रृंगार किया गया। तत्पश्चात ढोल, मंजीरा और नगाड़ों की थाप पर महाकाल का भस्म आरती हुआ।
आरती के बाद ग्रामीणों ने महाकाल का अबीर और गुलाल से अभिषेक किया और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दी। स्थानीय रुपशंकर व्यास, दीनानाथ पाल, माधो भगत, दिलदयाल, विजय कुमार, गोविन्दा पाल आदि ने परंपरागत फगुआ गीत सुमिरै शिवशंकर और हनुमत लेके अबीर अवध में खोजे रघुराई पर ग्रामीणों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
ग्रामीणों ने भी ढोलक और झाल पर खूब संगत किया। पूरा माहौल शिवमय और उल्लासमय हो गया था। देर रात्रि भंडारा ओर प्रसाद ग्रहण के साथ आयोजन की समाप्ति हुई। आयोजन में हजारों की संख्या में ग्रामीण एवं आसपास के क्षेत्र के लोग आए थे।