प्रतिभा का सम्मान: प्रथम श्रेणी से मैट्रिक पास करने वालें छात्रों को संस्कृत शिक्षण केन्द्र डुमरी के द्वारा मेडल दे किया गया सम्मानित

प्रतिभा का सम्मान: प्रथम श्रेणी से मैट्रिक पास करने वालें छात्रों को संस्कृत शिक्षण केन्द्र डुमरी के द्वारा मेडल दे किया गया सम्मानित

- डुमरी के संस्कृत शिक्षण केन्द्र में आयोजित हुआ था सम्मान समारोह

केटी न्यूज/सिमरी 

प्रखंड के डुमरी गांव में रविवार को एक समारोह आयोजित कर प्रथम श्रेणी से मैट्रिक पास करने वालें छात्र-छात्राओं को मेडल व प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम संस्कृत शिक्षण केन्द्र डुमरी में आयोजित हुआ था। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि सह इलाके के चर्चित केमेस्ट्रि टीचर सोनू कंुवर ने अपने हाथों मैट्रिक परीक्षा में बेहतर अंक लाने वाले छात्रों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे गांव तथा आस पास में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, जरूरत है उन्हें तराशने तथा प्रोत्साहित करने की। उन्होंने इस सम्मान समारोह की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि सम्मान मिलने के बाद छात्रों में और बेहतर करने की ललक जगेगी तथा आगे की परीक्षाओं में वे और बेहतर अंक ला सकते है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमेशा सकारात्मक सोंच रखनी चाहिए तथा परिश्रम व मेधा का उपयोग सही दिशा में करनी चाहिए।

इस दौरान मैट्रिक परीक्षा में 456 अंक लाने वाले नीतीश कुमार, 419 अंक लाने वाली पूजा कुमारी, 413 अंक लाने वाले विशाल कुमार समेत प्रथम श्रेणी से उतीर्ण होने वाले आयुष कुमार, वर्षा कुमारी, निक्की कुमारी, प्रिया कुमारी, खुशी कुमारी, नंदिनी कुमारी को मेडल व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। बता दें कि संस्कृत शिक्षण केन्द्र डुमरी द्वारा प्रत्येक साल मैट्रिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी लाने वाले छात्रों को सम्मानित कर उनका उत्साह वर्द्धन किया जाता है। इस बार कुल 9 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया है। इस मौके पर केन्द्र के संचालक तथा संस्कृत शिक्षक रंजन कुमार पांडेय ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ साथ संस्कार ग्रहण करना भी जरूरी है।

उन्होंने कहा कि संस्कृत के अध्ययन के बिना संस्कृति नहीं आती है। उन्होंने इसे देव भाषा बताते हुए छात्रों से पूरे मन से इसका अध्ययन करने को कहा। वही सम्मान पाने वाले छात्रों के चेहरे पर प्रसन्नता झलक रही थी। छात्रों ने कहा कि इस पुरस्कार के बाद उनका मनोबल काफी बढ़ गया है। छात्रों ने कहा उन्हें सबसे अधिक इस बात की खुशी है कि अपने गांव में तथा अपने शिक्षकों के हाथों सम्मानित होने का मौका मिला है। मौके पर कमलेश पांडेय, बिनोद बहार, धोनी कुंवर, रत्नेश चौबे, नवीन नीतेश समेत कई अन्य गणमान्य व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।