इंसाफ की जगी उम्मीद: ब्रह्मपुर की अनुसूचित जनजाति तबके की महिला से दुर्व्यवहार व मारपीट मामले की दुबारा जांच शुरू
ब्रह्मपुर के ललनजी के डेरा निवासी व अनुसूचित जनजाति तबके से आने वाली धर्मशीला देवी पिता शंभू नट से पिछले दिनों ब्रह्मपुर बिजली कंपनी के जेई अमित कुमार द्वारा दुर्व्यवहार व मारपीट करने के मामले की दुबारा जांच शुरू हो गई है। राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के इस मामले में संज्ञान लेने तथा मामले की दुबारा जांच कर पीड़िता को न्याय दिलाने के निर्देश पर इस मामले की दुबारा जांच शुरू की गई है।
- मुख्यालय डीएसपी पंकज सिंह ने पीड़िता व गवाहों के दर्ज किए बयान, राज्य अनुसूचित जाति आयोग के संज्ञान लेने के बाद दुबारा हो रही है जांच
- बिजली कंपनी के जेई पर मारपीट व जातिसूचक शब्द कहने व डुमरांव डीएसपी पर मामले को रफा-दफा करने का लगाई है आरोप
केटी न्यूज/बक्सर
ब्रह्मपुर के ललनजी के डेरा निवासी व अनुसूचित जनजाति तबके से आने वाली धर्मशीला देवी पिता शंभू नट से पिछले दिनों ब्रह्मपुर बिजली कंपनी के जेई अमित कुमार द्वारा दुर्व्यवहार व मारपीट करने के मामले की दुबारा जांच शुरू हो गई है। राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के इस मामले में संज्ञान लेने तथा मामले की दुबारा जांच कर पीड़िता को न्याय दिलाने के निर्देश पर इस मामले की दुबारा जांच शुरू की गई है। सोमवार को मुख्यालय डीएसपी पंकज ने मामले की जानकारी व गवाहो के बयान कलमबंद करने के लिए पीड़िता के साथ ही उसके गवाहों को अपने कार्यालय में बुलवाया था। पीड़िता धर्मशीला अपने साथ तीन गवाहों को लेकर गई थी। इस संबंध में जानकारी देेते हुए पीड़िता ने बताया कि उसने मुख्यालय डीएसपी के समक्ष अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी है, वही गवाहों ने भी बताया है कि कैसे जेई ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था तथा बाद में जेई से मिलकर डुमरांव डीएसपी ने मामले को रफा दफा कर दिया था। पीड़िता का कहना है कि यदि उसे इस बार न्याय नहीं मिला तो वे इसी कार्यालय के समक्ष आकर अपनी जान दे दूंगी।
क्या है मामला
बता दें कि ललनजी की डेरा निवासी व अनुसूचित जनजाति तबके से आने वाली धर्मशीला ने विद्युत का वैध कनेक्शन लिया था। जिसके मीटर में कुछ गड़बड़ी आने पर वह उसे दूूर कराने के लिए जेई से मिलने उसके कार्यालय में गई थी। जहां, जेई ने उसे जातिसूचक शब्द कहने के अलावे अपने आदमियों से उसे पिटवाया था तथा गले में हाथ डाल कार्यालय के बाहर करवा दिया था। पीड़िता ने इस मामले में बक्सर एससी/एसटी थाने में कांड संख्या 23/23 दर्ज कराई थी। इसके अलावे पीड़िता ने राज्य अनुसूचित जाति आयोग, डीआईजी तथा अन्य वरीय अधिकारियों को पत्र दे न्याय की गुहार लगाई थी।
डुमरांव डीएसपी पर लगा है मामले को रफा दफा करने का आरोप
हालांकि केस दर्ज करने के बाद भी पीड़िता को न्याय नहीं मिला। पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार भी नहीं कर पाई। पीड़िता ने डुमरांव डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी पर मामले को रफा दफा करने का आरोप लगाते हुई बताई कि वह जब अपने गवाहों को लेकर डुमरांव डीएसपी कार्यालय में गई थी तो मुझे देखते ही डीएसपी ने अपने रीडर सुजीत से कहा था कि इसके गवाहों का नाम लिखकर भगा दो। बाद में अभियुक्तो से मेल कर उन्होंने मेरे केस को रफा-दफा कर दिया। हालांकि पीड़िता हार मानने वाली नहीं है। उसका कहना है कि न्याय के लिए वह किसी भी स्तर पर जाने को तैयार है।
कहते है मुख्यायल डीएसपी
राज्य अनुसूचित जाति आयोग तथा वरीय अधिकारियों के निर्देश पर इस मामले की जांच की जा रही है। पीड़िता तथा गवाहों का बयान लिया गया है। अभी जांच प्रक्रिया चल रही है। जांच पूरी होने पर रिपोर्ट एसपी सर को सौंप जाएगा। वही इस मामले में कार्रवाई होगी।