स्व. पिता से मिली है सामाजिक सरोकार की सीख - कृष्णमुरारी केशरी
शहर के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता व अग्रणी व्यवसायी रहे स्व. मोतीलाल केशरी का श्राद्धकर्म शुक्रवार को संपन्न हुआ। इस मौके पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। हजारों लोगों ने उनके तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि दी है।
- चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता व प्रसिद्ध व्यवसायी रहे स्व. मोतीलाल केशरी के श्राद्धकर्म पर आयोजित हुआ श्रद्धांजलि सभा, हजारों लोगों ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन
केटी न्यूज, डुमरांव
शहर के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता व अग्रणी व्यवसायी रहे स्व. मोतीलाल केशरी का श्राद्धकर्म शुक्रवार को संपन्न हुआ। इस मौके पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। हजारों लोगों ने उनके तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि दी है।बता दें कि उनका निधन 12 दिसंबर को 78 वर्ष की अवस्था में हो गया था। वे अपने पीछे तीन पुत्र समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए है।
उनके परिवार में तीन बेटा और एक बेटी हैं। प्रथम बेटा आलोक केशरी हैं, जो मुंबई में आयकर आयुक्त के पद पर तैनात हैं। दूसरे बेटा कृष्ण मुरारी केशरी है जो डुमरांव में खादी भंडार की दुकान चलाते हैं, जिसकी नींव उनके पिता ने रखी थी। तीसरे त्रिलोकी केशरी है जो बैंग्लूर में इंजीनियर हैं। शुक्रवार को श्राद्धकर्म के मौके पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें नगर सहित आसपास के गणमान्य लोग शामिल हुए और उनके तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिये भगवान से प्रार्थना की।
इस दौरान वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा कहा कि वे आजीवन सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे तथा समाज के कमजोर व जरूरतमंदों की सहायता करते थे। उनकी गिनती शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायियों में होती थी तथा राजगोला में उन्होंने श्री खादी भंडार नाम से खादी कपड़ो की थोक दुकान की शुरूआत की थी। उनके पुत्र व सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण मुरारी केशरी ने कहा कि समाज सेवा की सीखे पिताजी से ही मिली थी। उन्होंने कहा कि वे हर समय कमजोर व गरीब लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते थे। बता दें कि इनका पूरा परिवार आज भी जरूरमंदों की सहायता के अलावे शहर के धार्मिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाता है।