आपका मोबाइल फोन गुम या चोरी हो गया है तो उसे ढूंढ़ निकालेगा संचार सार्थी पोर्टल

आपका मोबाइल फोन गुम या चोरी हो गया है तो उसे ढूंढ़ निकालेगा संचार सार्थी पोर्टल

टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पोर्टल को किया लॉन्च

पोर्टल को हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ देश की सभी भाषाओं में किया जा सकता है इस्तेमाल

केटी न्यूज /नई दिल्ली

देश के किसी भी कोने में अगर आपका मोबाइल फोन गुम या चोरी हो गया है, तो उसे ढूंढ़ निकालने में मदद करेगा सरकार का संचार साथी पोर्टल। मंगलवार यानि 16 मई को टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पोर्टल को लॉन्च किया। इस पोर्टल की खास बात ये है कि इसे हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ देश की सभी भाषाओं में इस्तेमाल किया जा सकता है। मोदी सरकार ने टेलीकॉम यूजर्स की पहचान को सुरक्षित बनाने, उनके केवाईसी के साथ होने वाले फजीर्वाड़े पर लगाम कसने और उनके चोरी किए गए मोबाइल फोन के दुरुपयोग को रोकने के लिए इस संचार साथी पोर्टल को लॉन्च किया है। इस पोर्टल के जरिए मोबाइल यूजर्स अपने चोरी किए गए फोन के लोकेशन को ट्रेस करने के साथ ही उसे ब्लॉक कर सकेंगे भले ही उसमें सिम बदल दिया गया हो। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तीन प्रमुख सुधारों को लॉन्च किया। जिसमें चोरी या खोए हुए मोबाइल फोन को ब्लॉक करने के लिए सीईआईआर (Central Equipment Identity Register) की शुरूआत की गई। इसके अलावा नो यॉर मोबाइल कनेक्शंस जिसमें आप जान सकते हैं कि आपके नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शन रजिस्टर्ड है। और तीसरा है एएसटीआर जिसमें फर्जी मोबाइल ग्राहकों की पहचान की जा सकेगी।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नागरिक होने के नाते ये हमारा हक है कि हमारे नाम पर कोई फोन कनेक्शन ना ले। फोन कनेक्शन अब केवाईसी से जुड़ा होगा। देश में कहीं भी मोबाइल फोन आपके नाम पर लिया गया होगा तो आर्टिफियल इंटेलीजेंस के जरिए उसका पता लगाकर उसे ब्लॉक किया जा सकेगा। दूरसंचार मंत्री ने कहा कि मोबाइल फोन के जरिए कई तरह के फ्रॉड किए जाते हैं जिसमें यूजर्स के पहचान की चोरी, केवाईसी के साथ छेड़छाड़, बैंकिंग फ्रॉड शामिल है। संचार साथी पोर्टल के जरिए 40 लाख फर्जी मोबाइल कनेक्शन की पहचान करने में मदद मिली है और इनमें से 36 लाख कनेक्शनों को बंद किया जा चुका है। उन्होंने यूजर्स से डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट संचारसाथी डॉट इन पोर्टल पर जाने की अपील भी की। इस पोर्टल के जरिए यूजर्स जान सकेंगे कि उनके नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शन जारी हुए हैं। अगर उनके नाम पर कोई फर्जी कनेक्शन जारी हुए हैं तो वे उसे रिपोर्ट कर सकेंगे।