चौगाई में पूर्व प्रमुख ने जड़ा पीओ कार्यालय में ताला, ढाई घंटे तक कैद रहे पीओ समेत आधा दर्जन कर्मी

चौगाई में पूर्व प्रमुख ने जड़ा पीओ कार्यालय में ताला, ढाई घंटे तक कैद रहे पीओ समेत आधा दर्जन कर्मी

- वित्तीय वर्ष 2018-19 में बने आंगनबाड़ी केन्द्र के लंबित भुगतान से नाराज थे पूर्व प्रमुख

- मान मनौव्वल के बाद खोला गया ताला 

फोटो -

केटी न्यूज/चौगाई

मंगलवार को चौगाई पीओ कार्यालय में पूर्व प्रमुख ने ताला जड़ दिया। जिस कारण पीओ समेत करीब आधा दर्जन कर्मी ढाई घंटे तक बंधक बने रहे। बाद में काफी मान मनौव्वल के बाद पूर्व प्रमुख ने ताला खोला तब कर्मी बाहर निकल सके। इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ। पूर्व प्रमुख तथा चौगाई पंचायत के पूर्व मुखिया अनिता देवी के पति अवनीश नारायण यादव ने तालाबादी करने के दौरान बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में चौगाई पंचायत के वार्ड 02 में आंगनबाड़ी केन्द्र का निर्माण कराया गया था। तब उनकी पत्नी अनिता देवी मुखिया थी। लेकिन इस योजना के शेष राशि का अबतक भुगतान नहीं हो सका है। जिस कारण मजदूरों की मजदूरी भी नहीं दी जा सकी है। पूर्व प्रमुख ने कहा कि कई बार पीओ से लंबित पैसे के भुगतान की बात कही गई थी।

लेकिन कमीशन के खेल में भुगतान नहीं कर रहे थे। जबकि आंगनबाड़ी का निर्माण करने वाले मजदूर अपनी मजदूरी की मांग कर रहे थे। जिससे नाराज होकर उन्होंने कार्यालय में तालाबंदी किया है। इधर इस घटना के बाद प्रखंड कार्यालय में कई तरह की चर्चाएं आम होने लगी। कुछ लोग मनरेगा में कमीशनखोरी को दोषी ठहरा रहे थे तो कुछ पूर्व प्रमुख की दबंगई की चर्चा भी कर रहे थे। ताला खुलने के बाद भी देर तक इस घटना की चर्चा पूरे प्रखंड कार्यालय परिसर व चौगाई में होते रही।

ढाई घंटे तक अपने ही कार्यालय में बंद रहे पीओ

पूर्व प्रमुख द्वारा मनरेगा कार्यालय में लगभग ढाई घण्टे तक ताला बंद रखा गया था। इस दौरान पीओ समेत पूरा कर्मी वहा मौजूद थे। पूर्व प्रमुख अवनीश ने बताया कि चौगाई पंचायत में वर्ष 2018-19 में मनरेगा के तहत दो नम्बर वार्ड में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया गया था। उसके बाद से अब तक मजदूरों और दुकानदारों के पैसा का भुगतान नहीं हुआ है। कर्मियों व अधिकारियों की लापरवाही से मजदूर परेशानी का सामना कर रहे थे और अपनी मजदूरी मुखिया पति के घर जा कर मांग कर रहे थे। इधर पीओ से भुगतान करने की बात कहने पर वे आनाकानी कर रहे थे तथा कर्मियों से बात करने की बात कह रहे थे। जाहिर है वे कमीशन के खेल में ही भुगतान के मामले को टाल रहे थे।

वर्तमान प्रमुख ने कराई सुलह

करीब ढाई घंटे बाद वर्तमान प्रमुख ऋषिकांत सिंह ने पूर्व प्रमुख अवनीश व पीओ बिरेन्द्र कुमार के बीच सुलह कराया। तब जाकर पूर्व प्रमुख ने तालाबंदी खोला। जानकार के अनुसार आगनबाड़ी निर्माण में शेष राशि के शीघ्र भुगतान का आश्वासन पीओ ने दिया है। इसके बाद पूर्व प्रमुख का आक्रोश शांत हुआ। 

सुर्खियों में रहता है मनरेगा योजना

बता दें कि न सिर्फ चौगाई बल्कि पूरे जिले में मनरेगा विभाग तथा उसकी योजनाएं हमेशा सुर्खियों में रहता है। कभी मास्टर रौल गायब होने, कभी बिना पौधे लगाए भुगतान तो कभी मजदूरों के बजाए जेसीबी से काम की शिकायतें विभिन्न प्रखंडों से मिलते रहती है। इस कार्यालय में कमीशनखोरी तथा विवाद कोई नई बात नहीं है। 

कहते है पीओ

इस संबंध में मनरेगा पीओ बिरेन्द्र कुमार ने बताया कि उक्त योजना के मास्टर रौल में तकनीकी गड़बड़ी थी। जिस कारण भुगतान नहीं हो पा रहा था। उन्होंने कहा कि मास्टर रौल की गड़बड़ी सुधार भुगतान किया जाएगा।